खबर लहरिया Blog भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका

भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका

फ़ातिमा शेख के लिए एक मुस्लिम महिला की पहचान के साथ शिक्षा प्राप्त करना चुनौतियों से भरा हुआ था जिसमें उनका साथ सावित्रीबाई फुले ने दिया। जिसके बाद उन्होंने साथ मिलकर महिलाओं व लड़कियों के लिए पहले स्कूल की स्थापना की।

फ़ातिमा शेख

                             फ़ातिमा शेख की तस्वीर (साभार – सोशल मीडिया)

Fatima Sheikh: 9 जनवरी का दिन, भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फ़ातिमा शेख के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। फ़ातिमा शेख ने सावित्रीबाई फुले व अपने भाई उस्मान शेख़ के साथ मिलकर भारत में लड़कियों के लिए सबसे पहले स्कूल की स्थापना की थी। इन्होंने लड़कियों के लिए शिक्षा के रास्ते खोलने का काम किया।

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फ़ातिमा शेख के बारे में जानें

फ़ातिमा शेख एक समाज सेविका थी। फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके भाई का नाम उस्मान शेख था, जो ज्योतिबा फुले के मित्र थे। उस समय उस्मान शेख़ अपने इलाक़े के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अपने घर की औरतों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजा। उनकी बहन फ़ातिमा शेख़ वह पहली महिला थीं, जो पढ़ने के लिए स्कूल गईं।

एक मुस्लिम महिला की पहचान के साथ शिक्षा प्राप्त करना उनके लिए कभी आसान नहीं रहा। वह खुद तो शिक्षित हुई इसके साथ-साथ उन्हें अपने समुदाय की महिलाओं को भी शिक्षित करने की तरफ भी कदम उठाया। हम मुस्लिम महिलाओं व दलितों को शिक्षित करने के पीछे उनके योगदान को भुला नहीं सकते।

 

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