ललितपुर ज़िले के महरौनी ब्लाक में आज यानि 22 मार्च 2021 को मातृसशक्तिकरण का मेला लगा था, जिसमें आसपास के सभी गाँव से महिलाएं शामिल हुई। इसके साथ ही ललितपुर के कई पद अधिकारी भी इस मेले में शामिल थे। इस मेले में महिलाओं को सरकार द्वारा उनके लिए चलायी जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही युवतियों को सुमंगला योजना के तहत चेक भी बाँटे गए।
योजनाओं के बारे में तो पता है, लेकिन कैसे उठाएं उनका लाभ-
कोरवास गाँव से आई रजनी ने हमें बताया कि यहाँ आकर उन्हें कई ऐसी योजनाओं के बारे में पता चला जो सरकार ने महिलाओं के लिए शुरू करी हैं। उनका कहना है कि महिलाओं के लिए चलायी जा रही ज़्यादातर योजनाओं के बारे में हमें कोई जनाकारी नहीं होती, जिसके कारण महिलाएं उनका लाभ भी नहीं उठा पाती। कई बार ऐसा भी होता है कि योजनाएं बनायीं तो जाती हैं लेकिन उसके बावजूद उसे कोई इस्तेमाल नहीं कर पाता, जैसे आवास योजना, हर घर में शौचालय की योजना आदि। रजनी का कहना है कि वो यहाँ आकर बहुत खुश हैं और अब से इन सभी योजनाओं पर नज़र रखेंगी और कोशिश करेंगी कि वो उसका लाभ उठा सकें।
गांव मुंहेड़ी से आई कल्पना ने हमें बताया कि ऐसे मेले में आकर उन्हें यह तो पता चल जाता है कि महिलाओं के लिए कौन-कौन सी योजनाएं चलायी जा रही हैं लेकिन उनका लाभ कैसे उठाना है और उनकी प्राप्ति कैसे करनी है, यह कोई नहीं बताता। ज़्यादातर योजनाओं के बारे में लोगों को पता होता है लेकिन वो फिर भी वंचित रह जाते हैं उनका लाभ उठा पाने में। इसलिए यह ज़रूरी है कि अगर सरकार हमारे हित के लिए कुछ कर रही है, तो उसकी सही ढंग से निगरानी करे ताकि ज़रूरतमंद लोग उसका फायदा उठा सकें।
कल्पना ने बताया कि जब वो यहाँ आयीं तब उन्हें सुमंगला योजना के बारे में पता चला और उन्होंने जाना कि इसके अंतर्गत लड़कियों को कुछ धनराशि मिलती है। कल्पना का कहना है कि अगर पहले से पता होता तो शायद वो भी इस योजना का लाभ उठा पाती और आज जो चेक बाकी लड़कियों को मिला है, वो शायद उनको भी मिल जाता।
अगौरा गाँव से आई पुष्पा ने बताया कि उनके गाँव में सूचना दी गयी थी कि मातृशक्ति मेले में महिलाओं के लिए चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी, इसलिए ये महिलाओं यहाँ आयीं। पुष्पा का कहना है कि यहाँ पर बताई गयी ज़्यादातर योजनाओं के बारे में उन्हें पहले से पता था लेकिन कुछ नयी योजनाओं के बारे में आज उन्हें पता चला। पुष्पा का कहना है कि उनके गाँव की कुछ महिलाएं दो-तीन योजनाओं का लाभ उठा भी रही हैं जिसके चलते उनके खातों में हर महीने पैसे भी आते हैं। लेकिन ज़्यादातर महिलायें इन योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। पुष्पा का मानना है कि सरकार ऐसे मेलों का आयोजन करके उन्हें जानकारी तो दे देती है लेकिन उस जानकारी का क्या फायदा अगर वो लोग उसका लाभ ही न उठा पाएं। पुष्पा का कहना है कि ये महिलाएं आज यहाँ से इन योजनाओं के बारे में जानकारी इकठ्ठा कर अपने घर लौट जाएँगी और फिर इसी उम्मीद में बैठी रहेंगी कि एक न एक दिन उन्हें इसका लाभ मिलेगा, लेकिन वो लाभ कभी नहीं मिलता।
अधिकारियों ने योजनाओं का लाभ मिलने का दिया आश्वासन-
ललितपुर के मुख्य विकास अधिकारी अनिल पांडे का कहना है कि हमारे देश की महिलाओं को तमाम प्रकार की योजनाएं दी जा रही हैं और सरकार पूरी कोशिश करती है कि महिलाएं इन योजनाओं का सम्पूर्ण लाभ उठा सकें। इसके साथ ही उन्होंने मेले में मौजूद महिलाओं को यह आश्वासन भी दिलाया कि जल्द ही ललितपुर ज़िले में खुलेआम बिक रही शराब के ठेकों को भी बंद कराया जायेगा ताकि महिलाएं अपने घर में आराम से रह सकें और शारीरिक हिंसा के मामलों में भी कमी हो सके।
महरौनी के विकास खंड अधिकारी आलोक कुमार ने भी महिलाओं को आश्वासन देते हुए कहा कि अगर उन्हें ऐसा लग रहा है कि महिलाएं योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रही हैं तो वो अपनी शिकायत विकास खंड अधिकारी के पास दर्ज करा सकती हैं। आलोक कुमार का कहना है कि वो अपनी पूरी कोशिश करेंगे कि महिलाएँ हर योजना का फायदा उठा पाएं और सशक्त बनें।
ध्यान देने वाली बात यह है कि वैसे तो इस मेले से महिलाओं को बहुत जानकारी हासिल हुई, लेकिन महिलाओं को बस एक ही शिकायत थी कि अगर उनके लिए कोई योजना बनायी जा रही है तो सरकार को यह ज़रूर निश्चित करना चाहिए कि महिलाओं तक वो योजना पहुंचे। सरकार को सोचना चाहिए की योजना सिर्फ़ काग़ज़ में बनाकर कुछ नहीं होता जब तक उससे लोगों को मदद न मिले। अगर हमें महिलाओं का सशक्तिकरण करना है तो यह ज़रूरी होगा कि उनकी समस्याओं का समाधान निकाल कर उनके हित के लिए काम किया जाए। और योजना बनाने के साथ-साथ उसका लाभ कैसे और कब उठाना है इस बारे में भी जानकारी दी जाए।
इस खबर को खबर लहरिया के लिए राजकुमारी द्वारा रिपोर्ट और फाइज़ा हाशमी द्वारा लिखा गया है।