जिला ललितपुर के गाँव समोंगर के लोगों का कहना है कि इस गाँव के कई परिवार ऐसे हैं जिनका शौचालय अभी नहीं बना है और शौचालय न होने के कारण लोगों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों का कहना है कि सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन और हर घर में शौचालय जैसी कई योजनायें चलायीं लेकिन उसका फायदा इन लोगों को नहीं हुआ।
यह लोग शौचालय जाने के लिए एक किलोमीटर दूर हाईवे रोड पर जाते हैं जहाँ कई बार महिलाओं के साथ छेड़खानी जैसे मामले भी होते हैं, अगर खेत जाते हैं तो वहां लोग गाली-गलौच करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में इस गाँव के लोगों को और ज़्यादातर महिलाओं को सबसे यदा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
महिलाओं का कहना है कि बरसात के मौसम में सबसे ज़्यादा परेशानी होती है और कई बार तो बच्चे और बड़े कीचड़ होने के कारण गिर भी जाते हैं। यहाँ के लोगों के पास न ही आवास हैं और न ही शौचालय, जिसके कारण इन्हें अनेक कठिनाइयां उठानी पड़ रही है। लोगों ने ग्राम प्रधान से इसकी शिकायत भी करी लेकिन उन्होंने सिर्फ दिलासा दिया कि आज नहीं तो कल शौचालय बन जाएंगे, परन्तु अभी तक नहीं बना है।
ललितपुर ज़िले के ब्लॉक महरौनी के विकास खण्ड अधिकारी आलोक कुमार का कहना है कि गाँव के कई परिवारों के शौचालय बन गए हैं, लेकिन जिनके नहीं बने हैं, वो चाहें तो विकास खंड विभाग आकर, अपना नाम पता लिखवा सकते हैं ताकि उनका भी शौचालय जल्द से जल्द बन जाए। इसके साथ आलोक कुमार का कहना है कि शौचालय न होने के कारण सबसे ज़्यादा महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ती है, इसलिए वो समझते हैं कि घर में शौचलय होना कितना ज़रूरी है।