यूपी के बाँदा जिले में अधिकारीयों को शौचालय निर्माण में तेज़ी लाने के निर्देश दिए गए।
बांदा : स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में इज़्ज़त घरों (शौंचालय) के बनाने के काम में तेज़ी लाने के लिए उच्चाधिकारियों ने निर्देश दिए। योजना के तहत मंडल के सभी जिले (चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर और बांदा) के लिए साढ़े अठ्ठाइस हजार से अधिक इज़्ज़त घरों को बनाने का लक्ष्य भी रखा गया। अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते निर्धारित समय में सिर्फ दो हज़ार छह सौ ही शौचालय बन पाएं हैं। इतना ही नहीं बांदा, हमीरपुर व चित्रकूट में महज़ साढ़े छह सौ इज़्ज़त घर ही बन सके हैं। निर्माण की धीमी रफ़्तार से विभागीय अधिकारियों की नज़र लापरवाही करने वालों पर टेढ़ी हो गई है।
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लक्ष्य से बहुत पीछे चल रहा काम
गांवों को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं। योजना से वंचित और पात्र परिवारों के घरों में शौंचालय का निर्माण कराया जा रहा है ताकि कोई भी व्यक्ति इस सुविधा से वंचित न रह जाए। एसबीएम फेज दो से चित्रकूट धाम मंडल को 28,506 नए शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य दिया गया है लेकिन अभी तक निजी शौचालय निर्माण को तेजी नहीं मिल पाई है।
इस पर मंडल स्तर पर की गई समीक्षा में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित स्तर के अधिकारी व कर्मचारियों को सचेत किया गया है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक मंडल में अभी तक महज 2,549 शौचालय ही बन पाए हैं। इनमें 1905 महोबा जिले के शामिल हैं। बांदा, हमीरपुर व चित्रकूट में सिर्फ साढ़े छह सौ शौचालय का निर्माण हो पाया है। प्रगति में सुधार लाने के लिए मंडल स्तर पर अधिकारियों ने निगरानी शुरू कर दी है। जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को मॉनिटरिंग कर काम में तेज़ी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
निर्माण के लिए सरकार देती है 12 हज़ार रुपये
निजी शौचालय निर्माण के लिए सरकार लाभार्थी को 12 हज़ार रुपये की सहायता राशि देती है। व्यक्तिगत शौचालय बनाने के लिए मानक भी निर्धारित है उसी के अनुरूप निर्माण कराया जाता है। बहुत जगह हमने देखा है कि लोगों ने गड्ढे खोद लिए और क़र्ज़ लेकर शौंचालय निर्माण भी करना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें अनुदान नहीं दिया गया है। अब लोगों के सामने कर्ज़ लिए गए पैसों को भरने की मुसीबत आ खड़ी हुई है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
उप निदेशक पंचायत दिनेश सिंह से मिली जानकारी के अनुसार मंडल में निजी शौचालय का निर्माण कार्य बढ़ाने के लिए जिले के अधिकारी व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं। जो भी लापरवाही करेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
मंडल में इज़्ज़त घर के निर्माण की स्थिति
जनपद लक्ष्य प्रगति
– बांदा का लक्ष्य 10723 है जिसमें 211 बन गए हैं।
– चित्रकूट का लक्ष्य 5787 है जिसमें 101 बन गए हैं।
– हमीरपुर का लक्ष्य 6621 है जिसमें 332 बन गए है।
– महोबा का लक्ष्य 5375 है जिसमें 1905 बन गए हैं।
लक्ष्य का कुल योग 28506 है जिसमें सिर्फ 2549 शौचालय ही अभी तक बन पाए हैं।
इस खबर को खबर लहरिया मीरा देवी द्वारा लिखा गया है।
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