प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार बनने के बाद मेक इन इंडिया के नाम पर ठगी का मामला सामने आया था। कानपुर आईआईटी से पोस्ट ग्रेजुएट छात्र ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर 2 करोड़ लोगों को मुफ्त लैपटॉप बांटने की ठगी शुरू की। इस ठगी के आरोपी राकेश जांगिड को दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान राजस्थान के नागौर निवासी राकेश जांगिड के रूप में हुई है। आरोपी ने जल्द रुपये कमाने के चक्कर में ये काम किया। आरोपी द्वारा बनाई गई वेबसाइट में 2 ही दिन में वेबसाइट को 15 लाख से अधिक लोगों ने देख लिया और उसे गूगल की ओर से 1.50 लाख रुपये भी मिल गए। आरोपी ने बताया कि वह फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों का डाटा प्राप्त करने के अलावा गूगल से मिलने वाले विज्ञापन से पैसा कमाना चाहता था।
वेबसाइट पर दावा किया गया कि दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद नई सरकार मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत लोगों को मुफ्त लैपटॉप बांटने जा रही है। दो ही दिन में वेबसाइट को 1.52 मिलियन से अधिक लोगों ने देखा। इसके अलावा गूगल पर 68 हजार लोगों ने वेबसाइट को क्लिक भी कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की तो आरोपी को इसकी भनक लग गई और उसने वेबसाइट को बंद कर दिया। आरोपी ने जल्द अमीर बनने के चक्कर में प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ठगी की योजना बनाई। आरोपी ने गूगल डोमिन पर अपनी वेबसाइट रजिस्टर कराने के बाद उसको मेक इन इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा बताया। लोग वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा क्लिक करें इसलिए 2 करोड़ लोगों को लैपटॉप देने का वायदा करने के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो भी वेबसाइट में लगाए।
आरोपी ने लोगों से उनका नाम, मोबाइल नंबर, उम्र, पता और राज्य की जानकारी मांगी। कम समय के भीतर लोगों ने बहुत तेजी से फर्जी वेबसाइट को क्लिक किया। व्हाट्सएप पर भी तेजी से वेबसाइट का लिंक फैल गया। देशभर के 1.52 मिलियन लोगों ने इस वेबसाइट को देखा। आरोपी ने ये भी बताया कि वह लोगों की निजी जानकारी को साइबर क्राइम करने वाले लोगों को बेचने की तैयारी कर रहा था, जिससे उसकी कमाई दुगुनी हो जाती। लेकिन अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।