रेतीली जमीन में खेती करना आसान नहीं होता, लेकिन किसान मेहनत और सही तकनीकों से इसे संभव बनाते हैं। खीरा, ककड़ी, खरबूज और तरबूज जैसी फसलें रेतीली मिट्टी में बेहतर उपज देती हैं। सही समय पर रोपाई, जैविक खाद और सिंचाई पर ध्यान देने से अच्छी पैदावार होती है। एक सीजन में 60-70 हजार का खर्च आता है, लेकिन अच्छी बाजार स्थिति में 2 लाख रुपये तक का मुनाफा भी हो सकता है।
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