भारत में पिछले कुछ सालों में हार्ट संबंधी बीमारी के कारण मौत की घटनाएं बड़ी संख्या में सामने आई हैं। शादी समारोह में डांस करते या जिम में वर्कआउट के दौरान अचानक मौत की घटनाएं आम होती जा रही हैं। पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ती ऐसी घटनाओं ने लोगों को डरा दिया है। जांच में पता चला है कि ज्यादातर मौतें हार्ट अटैक/ हार्ट फेल से हुई हैं।
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ऐसे में यह सवाल सामने आ रहें हैं कि क्या कोरोना वायरस को रोकने के लिए बनाई गई वैक्सीन से लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा है? न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि दुनियाभर में हार्ट अटैक के मामले में तेज़ी देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में 63% मौतें खराब जीवनशैली का नतीजा हैं। इनमें से 55% लोग अकाल मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज़्यादा दिल की बीमारी से 27% लोगों के मरने की खबर है।
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zeenews.india.com की 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2018 से 2021 के बीच हार्ट अटैक से 1,10,898 लोगों की मौत हुई है और 2019, 2020 और 2021 में तो हार्ट अटैक से 28 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। 2021 के आंकड़ों के मुताबिक हार्ट अटैक से सबसे ज्यादा मौतें 45 से 59 साल की उम्र में हुई हैं। इन आकड़ों को देखते हुए खबर लहरिया ने ग्रामीण स्तर पर भी रिपोर्टिंग की, हार्ट अटैक के चौकानें वाले मामले सामने आये हैं।
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