हमीरपुर जिले के गांव कमरिया में मस्तान बाबा की मजार पर लगभग 15 साल से लोगों की भीड़ इकट्ठा हो रही है। लोगों के अनुसार जब लोग दवा कराके थक जाते हैं, आराम नहीं होता तब इस मजार पर आकर अपना दुखड़ा सुनाते हैं। लोगों के अनुसार उनकी मुराद पूरी हुई है। जब तक मुराद नहीं पूरी होती तो लोग यहीं कई-कई महीनों तक बनाते-खाते हैं।
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सिर्फ हमीरपुर ही नहीं बांदा,कानपुर फ़तेहपुर जैसे अलग-अलग जिलों से अलग-अलग रोग के मरीज आते हैं। लोग मानते हैं कि उनकी आस्था है और वह ठीक हो रहे हैं। यहाँ कोई पैसे भी नहीं लगते। लोग राशन, ओढ़ना-बिस्तर, गैस सब लेकर आते हैं और दुआ मांगते हैं।
इसराइल कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि वह लोगों को मना करते हैं कि कोई 10 दिन से ऊपर ना रुके पर उन्हें भी लोगों की आस्था के आगे झुकना पड़ता है। किसी को भगा तो सकते नहीं। लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां सारी व्यवस्था की गई है। लोग उसी टीन में रूककर जीवन यापन और इंतज़ार करते हैं।
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