खबर लहरिया कोरोना वायरस सुन लो सरकार, क्वारंटीन महिलाओं की दास्तान | कोरोना वायरस | विश्व स्वास्थ दिवस | KhabarLahariya

सुन लो सरकार, क्वारंटीन महिलाओं की दास्तान | कोरोना वायरस | विश्व स्वास्थ दिवस | KhabarLahariya

सुन लो सरकार, क्वारंटीन महिलाओं की दास्तान | कोरोना वायरस | विश्व स्वास्थ दिवस : कवारेन्टीन गर्भवती और माहवारी से गुजरने वाली महिलाओं महिला मज़दूरों की क्या हैं स्वास्थ्य की समस्याएं, इस तरफ शासन प्रशासन का कोई ध्यान नहीं। ये जिम्मेदारी खुद महिलाओं की है पर इस समय ये जिम्मेदारी प्रशासन की है।  इस विश्व स्वास्थ दिवस मैं बात करना चाहती हूं उन महिलाओं की जो गर्भवती हैं जिनकी माहवारी से गुजरना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं के खान, पान, चेकअप और दवाई का बहुत ध्यान देना चाहिए। इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ होंगे पर इस स्थिति में क्या ये उम्मीद की जा सकती है। साथ ही माहवारी के समय साफ सफाई और सेनेटरी पैड की जरूरत होती है ताकि इंफेक्शन से बच सकें। जहां भर पेट खाने और सोने को मोहताज हैं वहां ऐसी व्यवस्था की उम्मीद नहीं की जा सकती। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बड़ोखर खुर्द गांव महोखर में कुल 23 मज़दूरो को कवारेन्टीन किया गया है जिसमें 6 महिलाएं शामिल हैं। 6 महिलाओं में से 2 गर्भवती महिलाएं हैं। एक को सात महिईने का तो दूसरी को पांच महीने का गर्भ है। पांच महीने की गर्भ वाली महिला पहली बार गर्भवती है। उसको तो डॉक्टर और नर्स से जानकारियां भी लेने की जरूरत है। एक महिला को पिछले दिनों माहवारी हुई थी किसी तरह से उसने इस स्थिति को पार कर ही लिया। इस महिलाओं ने यह भी बताया कि इस तरह की बातें वह किससे शेयर करें। महिला पुलिस तो है पर उनसे बताने में डर और संकोच लगता है। इस संबंध में लेखपाल ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था के कोई आदेश नहीं हैं पर वह व्यवस्था करने को तैयार हैं। जब ऐसी स्थिति पता नहीं है तो कैसे करें। अपने पतियों से कहकर हम तक बात पहुंचाएं।