ग्रामीण क्षेत्रों को अगर शौच मुक्त बनाना है तो उसके लिए सामुदायिक शौचालय बहुत आवश्यक है। जिला गाजीपुर के करड़ा श्रीगंज गांव में लगभग 1000 लोग रहते हैं, लेकिन उनके पास कोई शौचालय नहीं है। सामुदायिक शौचालय बनाया तो गया है, लेकिन वह भी बंद है। शौचालय के दरवाज़े पर ताला बंद रहता है, जिसके कारण लोग शौचालय का भी इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। यही वजह है कि मज़बूरन उन्हें खुले में शौच करना पड़ता है।
लोगों के अनुसार सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उनकी मांग है कि सामुदायिक शौचालय पर लगे ताले को हटाया जाए ताकि लोग उसका इस्तेमाल कर सके।
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गांव की प्रधान प्रमिला ने ऑफ़ कैमरा बताया कि यह शौचालय पहले के प्रधान द्वारा बनाया गया है और इस पर विवाद हो रहा है। वहीं जिन लोगों के पास शौचालय नहीं है, उसके लिए लिखित में दिया गया है।
सचिव मनोज से फोन पर हुई बातचीत पर उन्होंने बताया कि यह सामुदायिक शौचालय 2020 में बनकर तैयार हुआ था। इसकी लागत 5 लाख 72 हजार रुपये थी। इस शौचालय की ज़मीन आधी ग्राम सभा की है और आधी किसी और की है, जिसको लेकर एक मुकदमा भी चल रहा है।
आगे बताया कि साल 2023 में लगभग 42 लोगों के खातों में शौचालय बनवाने के लिए पैसे भेजे गए थे।
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