ज़िला गाज़ीपुर के सेनापुर गांव के राजेश पिछले 10 सालों से तरबूज़ की खेती कर रहे हैं। ये खेती वो लगभग 3 बीघे में कर रहे हैं। राजेश बताते हैं कि तरबूज़ की खेती में कम लागत में मुनाफा तो अच्छा मिल जाता है लेकिन इसकी खेती में मेहनत भी काफी लगती है।
राजेश तरबूज़ की खेती कर सीज़न में 30-35 हज़ार का मुनाफा कर लेते हैं। तरबूज़ की खेती करने में मेहनत तो काफी लगती है, लेकिन अगर सही तरह से दवा का छिड़काव, खाद्य, पानी दिया जाए तो किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कर सकते हैं।
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तरबूज़ की खेती करने में मेहनत तो काफी लगती है, लेकिन अगर सही तरह से दवा का छिड़काव, खाद्य, पानी दिया जाए तो किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कर सकते हैं ।
राजेश अपनी फसल गाज़ीपुर के साथ-साथ कई अन्य ज़िलों में भी बेचते हैं। फिलहाल तरबूज़ के भाव 200 रूपए प्रति किलो तक पहुँच गया है। राजेश का कहना है कि वो आगे भी तरबूज़ की खेती करते रहेंगे। तरबूज़ की खेती के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए आज ही अपने नज़दीकी कृषि केंद्र में संपर्क करें।
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