ग्रामीण इलाकों में लोगों के पास मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं है जो वहां के विकास को प्रदर्शित करती है। यूं तो भारत विकाशील देश है लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीण इलाकों, पिछड़े कस्बों में विकास देखने को नहीं मिलता।
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ग्रामीण इलाकों में विकास की कमी
जिला प्रयागराज, ब्लॉक शंकरगढ़, गांव कापारी सपेरा बस्ती। यहां ना आरसीसी, खड़ंजा, नाली, ना पानी की व्यवस्था और न ही शौचालय की सुविधा है। लोग बाहर शौच के लिए जाते हैं। बरसात के सीजन में सांप बिच्छू का बहुत डर होता है। इसी तरह गांव में नाली नहीं बनी है। बरसात के सीजन में पूरा रास्ता पानी भर जाता है और घर में घुसने लगता है घर गिरने का बहुत डर होता है कि कहीं हम लोग दब ना जाएं।
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लोगों का आरोप है कि इस गांव के लिए कोई ध्यान नहीं देता है। घरों के पीछे गड़ही है उसी में पूरा गांव का पानी बह के जाता है। और पानी के जमाव से लोगों का घर गिरता है। प्रधान सुभाष कुमार का कहना है की वहां की आबादी लगभग छः सौ है। जो भी विकास नहीं है मैं आरसीसी खड़ंजा नाली के लिए कार्य योजना में अपने तरफ से डलवाये है। जब बजट आयेगा वहां सबसे पहले विकास कराएँगे।
रामविलास राय शंकरढ़ खण्ड विकास अधिकारी का कहना की शंकरगढ़ ब्लाक में कुल 76 ग्राम पंचायत है। अभी मेरे जानकारी में नहीं था। अब उस गांव में सर्वे करवाते हैं इसके बाद विकास करवायेंगे।
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