कानपुर के बिकरू गांव में सीओ सहित आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले पांच लाख का इनामी विकास दुबे आज 10 जुलाई की सुबह एनकाउंटर में ढेर हो गया है। विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कानपुर पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘5 लाख के इनामी विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किये जाने के बाद पुलिस और एसटीएफ टीम आज 10 जुलाई को कानपुर नगर ला रही थी। कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। विकास दुबे और पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल विकास दुबे को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज का दौरान विकास दुबे की मौत हो गई।
Kanpur: One of the vehicles of the convoy of Uttar Pradesh Special Task Force (STF) that was bringing back #VikasDubey from Madhya Pradesh to Kanpur overturns. Police at the spot. More details awaited. pic.twitter.com/ui58XBbd82
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2020
भागने की कोशिश कर रहा था विकास दुबे
बताया जा रहा है कि गाड़ी पलटने के बाद भागने की कोशिश कर रहा था विकास दुबे। उसने हथियार छीनने की कोशिश की थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। कल 9 जुलाई को ही उसको उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था।
कैसे हुआ एनकाउंटर
समाचार पत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास दुबे को लेकर रवाना हुई गाड़ियों में सबसे आगे चल रही गाड़ी ने गुना के टोल प्लाजा के स्टॉपर पर तेजी से टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद पीछे काफिले में चल रही अन्य गाड़ियों ने तेजी से ब्रेक लगाए और सभी गाड़ियां असंतुलित होने लगी। गाड़ी के पलटने के साथ ही विकास ने भागने की कोशिश शुरू कर दी। उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल निकाल ली और वहां से भागने की कोशिश करने लगा। इसी दौरान पुलिस ने उसे मार गिराया।
अपराधी को मारकर अपराध को जिंदा बचाया गया
जहाँ एक तरफ लोग विकास दुबे को मारने को लेकर खुस हैं वहीं दूसरी तरफ कई लोग सवाल उठा रहे हैं की अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया? उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? विकास दुबे की मौत को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे कई नेताओं ने इसपर सवाल उठाए हैं।
सरकार पलटने से बचाई गई: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने पर कहा, ‘दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।’
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
प्रियंका गांधी ने कहा :अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
कानून ने किया अपना काम: नरोत्तम मिश्रा
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने पर कहा, ‘कानून ने अपना काम किया है। यह उन लोगों के लिए खेद और निराशा का विषय हो सकता है जिन्होंने विकास दुबे की कल गिरफ्तारी और आज मौत पर सवाल उठाए हैं। एमपी पुलिस ने अपना काम किया। उन्होंने उसे गिरफ्तार करके यूपी पुलिस को सौंप दिया।’
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