दुनिया एक खुली किताब है, अगर किसी ने दुनिया नहीं घूमी तो वह शक्स केवल उस किताब का पहला पन्ना ही पढ़ता है। नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ललिता और मैं हूँ खबर लहरिया की विडियो प्रोड्यूसर।
अब तक तो आप समझ ही गये होंगे की हम किस विषय पर बात करने वाले हैं, नहीं तो चलिए मै ही बता देती हूँ। आज हम बात करेंगे बुंदेलखंड के घूमने से लेकर खाने तक के सफर के बारे में, जो हमने साल 2020 में कवरेज किये हैं उनमें से हम कुछ ख़ास सटोरियों की चर्चा करेंगे। जिसमे होगा घूमने की ख़ास प्रसिद्ध जगह और बुंदेलखंड के चटपटे व्यंजन तक का सफर।तो देर किस बात की देखिये मेरी पूरी विडियो कहीं आपकी भी पसंद तो नहीं शामिल है इस विडियो में।
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पन्ना जिले का बृहस्पति कुंड जहां दिखता है प्राकृतिक रोमांच…
हमारा देश प्राकृतिक खूबसूरती का भंडार है, समुद्र, पहाड़, नदियां, झरना, रेगिस्तान यहां सब कुछ है। और जब झरनों की बात आती है तो हमारे दिमाग में सीधा किसी और देश के राज्यों का ख्याल आता है। लेकिन क्या आपको पता है कि बुंदेलखंड में भी कई बेहद सुंदर झरने मौजूद हैं। जिनकी खूबसूरती देखकर आपका दिल वहां से लौटने का नहीं करेगा। मानसून के दौरान इन झरनों की खूबसूरती काफी बढ़ जाती है।
ऐसा ही है बुन्देलखण्ड के पन्ना जिले से लगभग 40 किलो मीटर और कालिंजर से लगभग 35 किलो मीटर दूर पहाड़ी खेरा गांव के पास स्थिति बृहस्पति कुंड। वैसे तो पन्ना जिला हीरे के लिए बहुत प्रसिद्ध है लेकिन इस समय बृहस्पति कुंड का झर-झर बहता झरना पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है।इस झरने के साथ साथ यहाँ पर आदिमानव के समय के बहुत ही खुबसुरत शैल चित्र भी बने हैं। यहां पर रहने वाले लोग बताते हैं कि इस प्रकृतिक जगह में देव गुरु बृहस्पति ने कई यज्ञ किये थे। जिससे इसके कारण इसे बृहस्पति कुंड के नाम से जाना जाता है। वैसे झरने का लुत्फ़ उठाने लोग गोवा, छतीसगढ़ या फिर कर्णाटक जैसी जगह जो झरने के लिए प्रसिद्ध है वहाँ जाते हैं लेकिन लॉकडाउन की वजह से लोग यहाँ पर मनोरंजन करने की कोई कसर नहीं छोड़ी।
लोकल हीरो-कोरोना वायरस से बचाव के लिए बनाया कोरोना बैंड
प्रतिभा किसी व्यक्ति अथवा धन संपत्ति की मोहताज नहीं होती. न ही इस का कोई उम्र से लेनादेना है, इसीलिए तो छोटी उम्र के बच्चों ने ऐसे ऐसे कारनामे कर दिखाए, जिन्हें देख कर कोई भी हैरत में रह जाए।दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और ये हम सबको पता है की अभी तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं आई है हमारे डॉक्टर मरीजो की सेवा दिन रात कर रहे हैं। ऐसे ही छतरपुर जिले में रहने वाले 12वीं क्लास के छात्र आदित्य शिवहरे ने अपने टेक्नोलॉजी से कोरोना बैंड बनाया है, जिससे लोगों को कोरोना जैसी बीमारी से बचाया जा सके। बचपन से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने के शौक़ीन 16 वर्षीय आदित्य ने इसके पहले बगैर करंट का टावर बनाया था।
निशुल्क और देशी जिम खोलकर युवा बुन रहें भविष्य का सपना
आज के दौर में युवाओं में जिम जाने का क्रेज काफी बढ़ा है। युवाओं में फिटनेस कल्चर में खुद को शामिल करने की ललक नजर आती है। हालांकि इसमें कोई शक नहीं कि बॉडी से लुक्स तो बेहतर बनते ही है, शरीर में भी मजबूती आती है।
ऐसे ही चित्रकूट जिले के ब्लाक मऊ गांव गजरी गढवा के युवा जंगल से लकड़ी पत्थर तोड़कर अपने से देशी जिम बनाए हुए हैं यहाँ के युवाओं का कहना है की हम पुलिस, और फ़ौज की नौकरी कर देश की सेवा करना चाहते हैं। और इस फील्ड में फिटनेश बहुत जरुरी है, इसीलिए काफ़ी प्रयास कर लकड़ी जा जिम बनया और मेहनत रंग लाई अब हम सुबह-शाम 1 घंटे के लिए जिम करते हैं। खबर लहरिया ऐसे युवाओं को सलाम करता है और इनके सुनहरे भविष्य की कामना करता है।
टेक्स्ट ग्राफिक- बुंदेलखंडी कल्चर – देश-दुनिया में छाया बुंदेलखंड का दीवारी नृत्य
बुंदेलखंड अपनी परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर के लिए विश्व प्रसिद्ध है. इन्हीं में से एक है बुंदेलखंड का दिवारी नृत्य, जो आज देश दुनिया में छा गया है। हमने भी जिला महोबा ब्लाक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ कोतवाली कुलपहाड़ तहसील कुलपहाड़ से दिवारी डांस का कवरेज किया। यहां के लड़कियों ने कुछ अनोखा कर दिखाया है। जहां पर सिर्फ लड़के ही दिवारी खेलते थे और इस साल से लड़कियां भी बढ़चढ़कर खेल रही हैं।
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खाना-खजाना- बुन्देलखण्ड में माड़े बनाने का पुराना रिवाज़
अब आप सोच रहे होगे की हमने तो खाने की इतनी सारी स्टोरियाँ पब्लिश की हैं तो माड़े ही क्यों? हाँ वेट कीजिए उसके बारे में भी बता रही हूँ
तो दोस्तों कैसा लगा हमारा ये विडियोऔर नए साल पर आप बुंदेलखंड के किस कल्चर के बारे में जानना चाहते हैं हमें कमेन्ट करके जरुर बताइयेगा। और हाँ हमारे चैनल को सबस्क्राइब नहीं किया है तो कर लीजिए जिससे नये साल में हम क्या-क्या धमाका करने वाले हैं वह सब आप तक पहुँचता रहे।