खबर लहरिया Blog सड़क की मांग करते बीते 25 साल, नहीं हुई सुनवाई

सड़क की मांग करते बीते 25 साल, नहीं हुई सुनवाई

बिजली, पानी, सड़क यह सब लोगों की मूलभूत सुविधाओं में से एक है। छिल्ला गाँव के ग्रामीण इस सुविधा से वंचित हैं।

kachcha road

                                                                                                       सालों से पक्की सड़क के लिए मांग करते हुए ग्रामीण

जिला ललितपुर, ब्लॉक जखौरा गाँव छिल्ला में 25 सालों से कीचड़ से भरी कच्ची सड़क से परेशान हैं लेकिन समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ है। छिल्ला निवासी जगभान सिंह ने बताया कि वह लगभग 25 सालों से रह रहे हैं कई बार इस सड़क को बनाने की मांग उठाई है सीसी रोड बनने के लिए पास नहीं हुई। इस रास्ते से निकलना बहुत मुस्किल हो रहा है। स्कूल खुल गये है बच्चे फिसलकर गिरते हैं। कपड़े ख़राब हो गये कोई बात नहीं लेकिन अगर हाथ पैर टूट गया तो कौन जिम्मेदार होगा? ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान क्यों नहीं किया जाता क्या इलेक्शन मात्र के लिए जनता है या गाँव में विकास भी होना चाहिए।

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फिसलन भरी सड़क लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं

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रामदास का कहना है कि अगर इस रास्ते से साइकिल या मोटर साइकिल से निकलना चाहो तो निकल नहीं सकते। बहुत फिसलन हो गई है। छोटे मोटे कामों के लिए बाजार जाना होता है तो दूसरों की सहायता लेनी पड़ती है। आटा पिसाना है तो सिर पर गठरी लेकर नहीं निकल सकते हैं। सड़क ख़राब होने की वजह से खाने पीने की चीजों पर भी लगाम लग रहा है। 25 साल से यहाँ के लोग किस हालत में जी रहे हैं फिर भी विभाग है की सुनता ही नहीं।

सड़क की वजह से घर नहीं आते मेहमान

शेर सिंह ने हमें बताया कि अगर ऐसी स्थिति में कोई बीमार भी पड़ जाता है तो उसको चारपाई पर ले जाना पड़ता है और अगर कोई मेहमान आते हैं तो सड़क पर खड़े रहते हैं। काफी मुश्किलों के बाद अगर घर आ भी गये तो यह कहकर जाते हैं की जब तक सड़क नहीं बनेगी तुम्हारे घर नहीं आयेंगे। सूखे में इतनी दिक्कत नहीं होती लेकिन बारिश में लोगों का जीना हराम हो गया है। इस समस्या से लगभग 12 परिवार जूझ रहे हैं।

बलवंत सिंह का कहना है कि वह कई बार सीसी रोड बनवाने की मांग कर चुके हैं। लोग आश्वासन दे देते हैं की सड़क जल्दी बन जाएगी लेकिन कब बन जायेगी इसका कोई पता नहीं है। अगर इस सड़क पर मोरंग डाल दिया जाए तो कमसे कम चलने में दिक्कत नहीं होगी। जब बजट आये तो सड़क बनवाएं। इसको लेकर मंगल दिवस और जिले पर दरखास भी दिया है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं।

शेर सिंह काफी चिंतित दिखे उन्होंने बताया कि 25 साल बिना सड़क के ही जिंदगी निकल गई कोई गम नहीं है लेकिन बच्चों की जिन्दगी ऐसी हालत में न बीते यही वह चाहते हैं और ग्रामीणों की भी यही मांग है। हर गांव में सीसी रोड बन गए हैं। पर यह गांव में निकलने के लिए रास्ता भी नहीं है।

200 मीटर खराब है रास्ता

शेर सिंह के अनुसार लगभग 200 मीटर रास्ता में पानी भरा है। इस रास्ते की वजह से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

सिर पर बोझा लेकर चलना हुआ मुश्किल- विमला ग्रामीण

विमला बताती हैं कि जब वह जानवरों के लिए चारा काटने जाती हैं तो सिर पर चारा लेकर वापस नहीं आ पाती।सिर पर वजन रखकर चलने में और ज्यादा दिक्कत होती है। तो इतना वजन ऊपर रखे रहते हैं। बहू बेटियां भी खुद को कोसती रहती हैं। कैसा गाँव है जहाँ कोई विकास ही नहीं।

आज भी चारपाई पर जाते हैं मरीज़

ममता का कहना है कि सरकार कितना भी दावा कर ले कि हर गाँव तक पक्की सड़के हैं। वह सिर्फ कागजों में होंगी। असल जिंदगी में लोगों से पूछे तो पता चले की किस तरह की दिक्कते हो रही है। यहां कोई भी डिलीवरी होती है या किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो चारपाई पर रख कर ले जाना पड़ता है। क्या करें किससे कहें प्रधान भी खुद के गाँव की समस्या पर ध्यान नहीं देता। कई बार ही मांग की है तो कहते हैं हां बनवा देंगे पर अभी तक नहीं बनी है।कभी-कभी अधिकारी भी आते हैं तो उनसे भी बोलते हैं तो जांच करके चले जाते हैं पर अभी तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

जल्द बनेगी गाँव की सड़क- अधिकारी

सौरभ कुमार खंड विकास अधिकारी जखौरा का कहना है अगर ऐसी स्थिति है तो इस समस्या का जल्दी से जल्दी समाधान किया जायेगा। गाँव की सड़क प्रधान निधि से बनती है और इसके लिए जल्द ही आदेश देकर बनवाया जायेगा।

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