लाखों श्रद्धालुओं से पटी रहने वाली राम नगरी अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा इस बार कोरोना के कारण सूना है।कोरोना महामारी के चलते इस बार ये परिक्रमा बदली-बदली सी है। अयोध्या के चतुर्दिक 14 कोसी परिक्रमा पथ पर राम नाम का जयघोष कर राम भक्त श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे हैं।
श्रद्धालू कर रहे कोरोना ख़त्म होने की कामना
परिक्रमा कर रहे मनोज और सुरेश ने बताया कि मैं हर साल आता हूँ लेकिन कोविड-19 के कारण इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या आधे से भी कम है। परिक्रमा कर रहे श्रद्धालु, राम भक्त श्रद्धालु कोरोना से संपूर्ण विश्व को बचाने की कामना लेकर परिक्रमा कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के संकट को ध्यान में रखकर प्रशासन ने परिक्रमा में स्थानीय संतों और श्रद्धालुओं को ही शामिल होने की इजाजत दी है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए रामनगरी की सीमा सील कर दी गई है।
इस बार परिक्रमा में बाहरी श्रद्धालु नहीं होंगे शामिल
मीना ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए जिला प्रशासन ने अयोध्या के स्थानीय लोगों को परिक्रमा करने की परमीशन दी है। इस बार अयोध्या की परिक्रमा में बाहर से कोई भी श्रद्धालु शामिल नहीं हो सकता हैं। बताया जा रहा है कि परिक्रमा कर रहे श्रद्धालु भी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने अयोध्या परिक्रमा मार्ग पर कोविड 19 हेल्प डेस्क भी बनाया है जिस पर जगह-जगह कोविड-19 से लोगों को बचने के उपाय बताए जा रहे हैं।
जगह-जगह प्रशासन अलर्ट है
पिछली साल की अपेक्षा इस साल 14 कोसी परिक्रमा में भीड़ कम देखी जा रही है। इस बार कि परिक्रमा में कोविड का काफी असर हुआ है। इस बार परशासन भी काफी एलर्ट है लोगों के लिए जगह जगह पर पानी और शरबत के लिए स्टाल भी लगवाया गया है।
परिक्रमा कर रहे सुलतान पुर के श्रद्धालु बलराम दास, ने बताया कि हम विनती कर रहे हैं की इस महामारी बीमारी को बजरंगबली दूर करें और सब को सुखी रखें।