लॉकडाउन से सभी परेशान हैं क्योकि व्यापार, रोजगार सब बंद है लेकिन सबसे ज्यादा परेशान है किसान। क्योकि फसल तैयार हो चुकी है। उसे न तो लोग काट पा रहें हैं न बेच पा रहे. इसी को ध्यान रखते हुए प्रधानमंत्री के निर्देशों पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से बात की. बैठक में साफ निर्देश दिए गए कि फसलों की कटाई में किसानों को कोई परेशानी नहीं होना चाहिए.
किसानों की उपज खेत के पास ही बिक सकें इसका इंतजाम करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं. अनाजों को लेकर जाने वाले ट्रकों की आवाजाही को भी लॉकडाउन से छूट दी गई है. आगे बुआई भी होना है, जिसे लेकर खाद-बीज की कमी न हो तो उसकी भी व्यवस्था की जायेगी। लेकिन इन सबके बीच सामाजिक दूरी ध्यान रखना जरुरी होगा
साथ ही खेती-किसानी का काम प्रभावित न हो इसके लिए देश के 7 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2-2 हजार रुपये दिया गया है. यह पैसा एक सप्ताह में किसानों के बैंक खाते में भेजा जाएगा. लेकिन ये पैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत रजिस्टर्ड किसानों को ही भेजी जायेगी . केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने डायरेक्ट बेनिफट ट्रांसफर के माध्यम से किसानों को 14,000 करोड़ रुपये भेजे जाने की पुष्टि की है. उनके मुताबिक कुल 9 करोड़ किसानों के अकाउंट में करीब 18 हजार करोड़ रुपये की रकम भेजी जानी है. शेष लोगों को पैसा भेजने की प्रकिया जारी है. लेकिन देश में करीब 14.5 करोड़ किसान हैं, जिनका इस स्कीम के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है. जो किसी सरकारी नौकरी या किसी खास पेशा जैसे डॉक्टर, इंजीनियर या वो जो किसी पद में है जैसे जिला पंचायत अध्यक्ष , विधायक या सांसद उन्हें ये राशि नहीं मिलेगी।
अगर आपको पीएम-किसान स्कीम का पैसा न मिले तो अपने लेखपाल, कानूनगो और जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें. वहां से बात न बने तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline 155261 या 1800115526 (Toll Free) पर संपर्क करें. वहां से भी बात न बने तो मंत्रालय के दूसरे नंबर (011-23381092) पर बात करें.