बांदा : नरैनी तहसील क्षेत्र में रहने वाले किसानों का कहना है कि अप्रैल-मई 2020 में उन्होंने क्रय-विक्रय केंद्र नरैनी दलहन केंद्र में अपना अनाज बेचा था। आज दो साल बाद भी उन्हें उसके पैसे नहीं मिले हैं। किसान अपने ही पैसों के लिए दर-दर भटकने के लिए मज़बूर हैं। इन्होंने बेहद उम्मीद से अपना अनाज क्रय-विक्रय केंद्र में बेचा था कि उन्हें उनके अनाज का अच्छा रेट मिलेगा। लेकिन उनका पैसा फंस गया। अब वह किसी तरह से क़र्ज़ लेकर अपना गुज़ारा कर रहें हैं।
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किसानों ने अपने हक़ के पैसों को पाने के लिए पैसे इकठ्ठा करके कोर्ट में भी मुकदमा दायर किया। किसानों ने बताया, कोर्ट में हर बार बस तारीख पड़ जाती है जिसमें उनका काफी पैसा खर्च हो जाता है बस कुछ उनके फायदे में निकल कर नहीं आता।
किसानों ने कहा कि उन्होंने कई बार नरैनी एसडीएम, डीएम, कमिश्नर और यहां तक की मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। केंद्र में घपला दिखाकर उसे बंद कर दिया गया लेकिन इसमें सिर्फ किसान ही जूझते नज़र आ रहे हैं।
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