खबर लहरिया Blog प्रधानों का कार्यकाल खत्म, उठाया भुगतान न होने का मुद्दा

प्रधानों का कार्यकाल खत्म, उठाया भुगतान न होने का मुद्दा

ललितपुरप्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को समाप्त हो गया है। ऐसे में प्रधान गांवों में लंबित विकास कार्यों को शीघ्र पूरा कराने में जुटे रहे ताकि दुबारा चुनाव के लिए जनता का भरोसा जीत सकें। लेकिन अब उनके द्वारा कराये गये कार्यों का भुगतान नहीं हो पाया है। प्रधानों का आरोप है की राजवित्त और चौदहवां वित्त योजना के तहत विकास कार्य कराया गया लेकिन अब हमारे पास पैसे नहीं हैं कि मजदूरों की मजदूरी दें सकें। ललितपुर जिले के दर्जनों किसानों ने 24 फ़रवरी को डीएम को ज्ञापन देकर पैसे भेजने की गुजारिस की है।

डीएम के आदेश के बाद भी नहीं हुई सुनवाई

End of tenure of princes, issue of non-payment

साढूमल गाँव की निवर्तमान प्रधान जुबेदा बानो का कहना है कि हमने हमारे गांव में संपर्क मार्ग का काम करवाया था लेकिन मजदूरों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। लगभग छह लाख रुपया फंसा हुआ है अगर विभाग द्वारा मिल जाये तो हम मजदूरों का भुगतान कर देंगे। 25 दिन पहले डीएम ने आदेश कर दिया था कि सभी मजदूरों का भुगतान कराया जाए। एडीओ पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है वो कभी डोंगल नहीं लगा रहा कभी कुछ तो कभी कुछ दिक्कत बताते रहते हैं। 

सरकार बिगाड़ रही प्रधानों की छवि

राजीव दुबे नैनवारा गांव के निवर्तमान प्रधान का कहना है कि सरकार की मंशा तो है कि इनका पेमेंट कर दिया जाए लेकिन प्रशासन रुचि नहीं ले रही है। हमारा चार लाख पेमेंट रुका हुआ है। ऐसा भी नहीं है की खाते में पैसा नहीं है। पैसा है, पर प्रधानों के खाते में भेजा नहीं जा रहा है। हम लोग सरकार की छवि बनाने के लिए दिन-रात काम किये ताकि सरकार की छवि न बिगड़े लेकिन सरकार हमें ही परेशान कर रही है। कर्ज लेकर काम करवाया फिर भी पैसा नहीं मिल रहा है। 

मजदूरी मांगने घर तक पहुँच रहे मजदूर

लखवारा गाँव के निवर्तमान प्रधान निरभान सिंह बताते हैं कि 2020 में हमने शौचालय और स्कूल का कार्य कराया है। मनरेगाके तहत लोगों ने काम किया लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूर पैसे मांगते हैं कहाँ से दें। इसलिए आज हम विभाग में अप्लीकेशन देने आये हैं। हम तो यही आशा करते हैं कि सरकार इसका जल्दी से जल्दी भुगतान कर दे तो हम मजदूरों का भुगतान कर सकें। अब हम नया काम नहीं करा सकते इससे मजदूरों को लगता है की उनको उनका पैसा नहीं मिलेगा। 

डोंगल का मिला बहाना

हिम्मत सिंह निवर्तमान प्रधान गाँव भोटा और श्रीमती कल्पना भोडेले प्रधान गाँव खिरिया भारन्जू बताती हैं कि हमारे यहां पांच लाख का भुगतान रुका हुआ है। स्कूल की मरम्मत कराई गई है, बाउंड्री बनवाई गई, पंचायत भवन का निर्माण कराया गया, नाली बनवाई और वृक्षारोपण कराया गया है। डोंगल न लगने का कारण बताकर हमारा भुगतान रोका गया है। आज नहीं कल यही बोलकर इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है। 

End of tenure of princes, issue of non-payment

ऊदल सिंह लोधी निवर्तमान प्रधान गाँव कलयानपुरा इनका कहना है कि स्कूल, संपर्क मार्ग, टीन सेड लगाना और शौचालय जैसे काफी कार्य कराए गए हैं। लगभग बीस लाख का पेमेंट रुका हुआ है और इसको लेकर के हम लोगों ने ज्ञापन दिया है कि हम लोग का भुगतान कराया जाए। क्योंकि जिन मजदूरों का भुगतान नहीं दिया गया है तो वह भी परेशान चल रहे हैं। इसको लेकर के तमाम प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।  

जाँच के बाद होगा भुगतान-जिलाधिकारी ललितपुर

जिलाधिकारी दिनेश कुमार का कहना है कि जिन प्रधानों का भुगतान नहीं किया गया है। इसकी जांच कराई जाएगी। किस वजह से भुगतान नहीं हुआ सारे तथ्य सामने आ जाएँ फिर जल्द से जल्द भुगतान करा दिया जायेगा।

रिपोर्टर-राजकुमारी
लेखिका-ललिता