आज कल डेंगू बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है, और गाँव में बिजली न होने के कारण रातभर ग्रामीण मच्छरों के कारण भी परेशान रहते हैं परन्तु फिर भी प्रशासन को ग्रामीणों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं हो रही।
उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले के तिंदवारी ब्लॉक के ग्राम पंचायत पदारथपुर के मजरा भवानीपुर में पिछले 15 दिन से बिजली नहीं आ रही है, जिसके कारण ग्रामीण काफी ज़्यादा परेशान हैं। लोगों का आरोप है कि इन लोगों ने कई बार विद्युत विभाग में शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारी गाँव की बिजली ठीक कराने में आनाकानी कर रहे हैं।
कई बार करी है शिकायत, लेकिन नहीं हुई कोई सुनवाई-
इसी गाँव के रहने वाले राकेश कुमार और राम स्वरूप ने हमें बताया कि 15 दिन से उनके गाँव की बिजली गुल है, लेकिन बिजली विभाग से कोई भी कर्मचारी यहाँ बिजली ठीक करने नहीं आ रहा है। इन लोगों का कहना है कि विभाग के कर्मचारी इन्हें बस दिलासा देते हैं कि वो आज नहीं तो कल आकर बिजली ठीक कर देंगे लेकिन अबतक कोई भी नहीं आया है।
लोगों ने हमें यह भी बताया कि आजकल डेंगू बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है, और गाँव में बिजली न होने के कारण रातभर ग्रामीण मच्छरों के कारण भी परेशान रहते हैं परन्तु फिर भी प्रशासन को ग्रामीणों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं हो रही।
मिट्टी के तेल भी मिलना हो चुका है बंद-
पदारथपुर गाँव के ही रहने वाले रामकिशन और संतोष ने बताया है कि हर महीने में 400-500 तक का बिजली का बिल इन लोगों के हाँथ में थमा दिया जाता है, लेकिन गाँव में बिजली ही नहीं आती। रामकिशन का कहना है कि अगर अभी बिजली ठीक भी हो जाती है तो फिर कुछ ही दिनों के अंदर वापस से तार टूट जाएंगे और फिर इन लोगों को महीनों बिना बिजली के बिना रहना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि अब तो कोटे के राशन में मिट्टी का तेल भी नहीं मिलता है, जो ये लोग रात में कुछ रौशनी कर सकें। ज़्यादातर ग्रामीणों को रात में भी अँधेरे में बैठना पड़ता है।
इसी गाँव के रहने वाले संतोष कुमार ने हमें बताया कि पिछले कई महीनों से उनके गाँव में बिजली कटौती की समस्या बनी हुई है। इन लोगों ने पूरी गर्मी बिना पंखे और कूलर के निकाल दी थी और अब बरसात के मौसम में भी इन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं मिली है। ग्रामीणों को मोमबत्ती या टोर्च हर समय अपने पास रखना पड़ता है। उनका कहना है कि ही गाँव के ज़्यादातर घर तो अँधेरे में ही डूबे हुए हैं।
यह लोग अब चाहते हैं कि जल्द से जल्द इनके गाँव की बिजली व्यवस्था को ठीक करा जाए और ज़रूरत हो तो बिजली के खंभों और तारों को भी बदला जाए ताकि आए दिन बिजली की समस्या झेल रहे इन ग्रामीणों को कुछ राहत मिल सके। लोगों का यह भी कहना है कि अगर अगले 2-3 दिनों में विभाग की तरफ से कोई बिजली ठीक करने नहीं आया तो ये लोग बांदा जाकर कार्यवाही करेंगे।
चिल्ला पावर हाउस के जे ई अशोक बाबू का कहना है कि उनके पास 15 दिनों से बिजली न आने की कोई शिकायत नहीं आई है, अगर ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में आया होता तो वो तुरंत जांच करवाते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब वो गाँव में बिजली व्यवस्था की ज़रूर जांच करवाएंगे और ज़रूरत के अनुसार ठोस कदम भी उठाए जायेंगे। अशोक की मानें तो गलती कर्मचारियों की है, जिन्होंने एप्लीकेशन की सूचना जे ई को नहीं दी।
इस खबर की रिपोर्टिंग शिव देवी द्वारा की गयी है।
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