समलैंगिकता का अर्थ किसी व्यक्ति का समान लिंग के लोगों के प्रति यौन और रोमांसपूर्वक रूप से आकर्षित होना है। वे पुरुष, जो अन्य पुरुषों के प्रति आकर्षित होते है उन्हें “पुरुष समलिंगी” या गे और जो महिला किसी अन्य महिला के प्रति आकर्षित होती है उसे भी गे कहा जा सकता है लेकिन उसे आमतौर पर “महिला समलिंगी” या लेस्बियन कहा जाता है। जो लोग महिला और पुरुष दोनो के प्रति आकर्षित होते हैं उन्हें “उभयलिंगी” कहा जाता है। कुल मिलाकर समलैंगिक, उभयलैंगिक और लिंगपरिवर्तित लोगो को मिलाकर एल जी बी टी समुदाय बनता है। यह कहना कठिन है कि कितने लोग समलैंगिक हैं। समलैंगिकता का अस्तित्व सभी संस्कृतियों और देशों में पाया गया है, यद्यपि कुछ देशों की सरकारें इस बात का खण्डन करती है।
अन्य लोगो के समान ही समलैंगिकों को भी प्यार हो सकता है और उनके भी जीवन-पर्यन्त संबंध हो सकते हैं। बहुत से देशों में समलैंगिक अपने जोड़ीदार से वैधानिक रूप से विवाह नहीं कर सकते। हालाँकि उनके भी वैसे ही संबंध हो सकते है, जैसे विषमलैंगिकों के। समलैंगिक प्रायः एक दूसरे को ‘जोड़ीदार’ या ‘जीवन-साथी’ कहते है, बजाए कि ‘पति’ या ‘पत्नी’ कहने के। वैवाहिक समारोह की बजाए उनका ‘प्रतिबद्धता समारोह’ हो सकता है।बाँदा : प्रेमी और प्रेमिका ने प्यार में गवाई जान
यद्यपि बहुत से देशों में समलैंगिक भेदभाव से सुरक्षित नहीं हैं। एक समलैंगिक व्यक्ति को केवल इसलिए नौकरी से निकाला जा सकता है क्योंकि वह समलैंगिक है, भले ही वह कितना अच्छा कर्मचारी क्यों ना हो। समलैंगिकों को मकान किराए पर लेने या अपनी लैंगिक प्रार्थमिकता के कारण किसी रेस्टोरेंट में खाने से भी वंचित किया जा सकता है। इन देशों में (अधिकतर इस्लामी देश) समलैंगिक हिंसा और भेदभाव का अनुभव कर सकते हैं।
तो इस वैलेंटाइन्स डे र आपको हम मिलवायेंगे ऐसे ही कुछ खास प्रेमियों से