असर की असरदार रिपोर्ट असर यानी एनुअल स्टेटस ऑफ़ एजुकेशन रिपोर्ट प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन नाम की संसथान की वार्षिक रिपोर्ट है। जो देश में बच्चों की शिक्षा पर काम करती है।
रिपोर्ट ग्रामीण क्षेत्र के 5 से 16 साल के बच्चों के पढने और गणित के प्रश्नों को हल करने की सामान्य क्षमता पर आधारित है।
कक्षा तीन के 73 प्रतिशत बच्चे घटाव के प्रश्न हल नहीं कर सकते हैं। वहीँ 26.6 प्रतिशत इसे करने में सक्षम हैं। 2016 की रिपोर्ट में ये प्रतिशत 23.2 था।
कक्षा 5 में 70 प्रतिशत बच्चे भाग के प्रश्न हल नहीं कर सकते हैं। जबकि 29.8 प्रतिशत बच्चे ये कर पाते हैं। 2016 में यह प्रतिशत 22.7 था।
कक्षा 8 में 55 प्रतिशत बच्चे भाग के प्रश्न हल नहीं कर पाते थे। वहीँ 44.4 प्रतिशत बच्चे भाग के प्रश्न हल कर लेते हैं। यह प्रतिशत 2016 में 37.3 था।
बात अक्षर ज्ञान की करें तो कक्षा 3 के 72 प्रतिशत बच्चे कक्षा 2 के स्तर का पाठ नहीं पढ़ पा रहे हैं। जबकि 28.1 बच्चे ये आसानी से कर रहे हैं। 2016 में यह प्रतिशत 22.5 था।
वहीँ कक्षा 8 के 26 प्रतिशत बच्चे कक्षा 2 के स्तर का पाठ नहीं पढ़ पा रहे हैं। तो 73.7 प्रतिशत बच्चे ऐसा कर पा रहे हैं। 2016 में यह प्रतिशत 67.9 था।
6-14 साल के बच्चो का नामांकन 95 प्रतिशत से अधिक हुआ है। केवल 7.4 प्रतिशत लड़कियां अब विद्यालयों से दूर हैं।
लड़कियां अब अधिक विद्यालयों में जा रही हैं। प्राइवेट स्कूलों में 49.7 प्रतिशत दाखिले हुए हैं। बच्चे अब सरकारी स्कूलों में ज्यादा जा रहे हैं।