दोस्तों कैसे है आप सब . कल खिचड़ी थी सबने खूब बरा मुगौरा खाया होगा न और हां प्रेम का जो मेला लगता है भूरा गढ़ में उस मेले को देखने गये है की नहीं . जो लोग इस साल नहीं गये गये है अगली बार जरुर से जाना धार्मिक मेले तो होते ही रहते है, ये तो ख़ास तरह का अनोखा मेला है बुन्देलखण्ड का और वो भी प्रेम का प्रतीक.तो जरुर से देखे तो चलिए अब मै आपके सवालों को पढ़ती हूँ और देती हूँ उनके जवाब.
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1_राजनीति रस राय का जो हमारा शो चल रहा है उस शो का जो मुद्दा था की जो अन्ना गाय है सरकार ने उन गायो को अब ऐसे परिवारों के घरो में बध्वा दी है जिनके घरो में बच्चे कुपोषित हैं. और सरकार का कहना है ये गायो का दूध पी कर कुपोषित बच्चे ठीक हो जाएगें तो आईये सुनिए इस शो के कमेन्ट .
सवाल _ देवेन्द्र कुमार लिखते है ,जितना पैसा सरकार तालाब और गाय भैंसों के बांधने के लिए हर पंचायत में खर्च कर रही है वही पैसा हर ग्राम पंचायत के गांव में 10,10 किसानों को दवाई तो शायद एक भी गाय आवारा नहीं मिलेगी. यह बात मेरी समझ में सही है नहीं आपकी समझ में सही है या नहीं
जवाब _ देवेद्र कुमार जी आपकी बात सौ टके सही है . सरकार को सोच समझ कर ही काम करना चहिये . जबरजस्ती नहीं . खुद तो गायो का कुपोषण ठीक नहीं कर पाई है और उल्टा वीमार गायो से बच्चो का कुपोषण दूर करने की बात करती है वाह री सरकार जनता भी इतनी उच्च्की नहीं है सवाल करना जानती है .
2_एक स्टोरी हमने की जो मजदूर दुबारा से पलायन करके प्रदेश जा रहे है. उन प्रवासी मजदूरों से हमने उनके पलायन के बारे में जाने और आपके सामने यह स्टोरी पेश की .इस टोरी के लिए हमारे साथ द्वारा नाम की संस्था ने पार्टनरशिप की और वो स्टोरी पब्लिश होने के बाद मुद्दे से सम्बन्धित स्पर्ट को लेकर आते है और फिर हम चर्चा करते है इस चर्चा में जो सवाल आये वो ये है.
सवाल _ चुन्ना लाल लिखते है की किसी स्थिति में अगर गरीबों को परेशानी होती है तो उनके पास पैसे भी नहीं होते हैं और वह अगर बैंक से लोन भी लेना चाहते हैं तो उन्हें बैंक भी लोन नहीं देती है. और मोदी जी कहते हैं की आधार कार्ड से गरीबों को लोन प्रवाहित किया जाए मगर बैंक जाने पर मैनेजर बात भी नहीं करता है गरीबों से.
जवाब _ चुन्ना लाल जी सरकार की सारी योजनाये सिर्फ हवा हवाई है, गरीबो के नाम से घोसनाए तो सरकार बहुत की है लेकिन जमीन हकीकत आपने हमारी खबर में देख ही लिए है , किसी को न तो लोन मिल रहा है न ही रोजगार .
3_एक और शो बोलेगें बुल्वायेगें हस कर सब कह जायेगें. इस शो का इस बार का मुद्दा बार था की महिलाओं को सिंदूर लगाना क्यों जरूरी बना दिया गया है .अगर महिला पति के लिए सिंदूर लगाती है तो मर्द महिला के क्यों कोइ निशानी नहीं लगाते है .इस शो की चर्चा को आपने खूब पसंद किया है तो इसका एक सवाल मैं पढ़ती हूँ और देती हूँ इसका जवाब
सवाल _ आरिफ खान लिखते हैं की पुरुषों के माथे पे पड़ने वाली सिकुडन की लकीरें बता देती है के वो शादी शुदा है अब और क्या सबूत चाहिए और फिर हंसने की ईमोजी है बहुत सारी .
जवाब _ आरिफ भाई आपका जो कमेन्ट है वो भी एक तरह का मजाक के रूप में आपने टाट कसा है . आप ये बताईये क्या मथ्थे में सिकुडन सिर्फ मर्दों के आती है महिलाओं के नहीं आती है . ये एक गम्भीर मुद्दा है इस पर बात करने की जरूरत है .
4_पिछले हप्ते का द कविता शो का एपिशोड था उसमें मैनेचर्चा की किशानो के मुद्दे के उपर इस शो में बहुत सारे कमेन्ट आये है एक कमेन्ट में पढ़ती हूँ .
सवाल _आल्हा आल्हा नाम से ये सवाल आया है, सत्य परेशान हो सकता है किन्तु पराजित नहीं। देश का किसान सच्चा है लेकिन सरकार निकम्मी है। आपका वीडियो देखकर अच्छा लगा। आपका धन्यवाद जी। जय भीम नमो बुद्धाय।
जवाब _ अल्ला जी आपका सवाल बहुत ही वाजिब है ,की सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं , किशानो के आन्दोलन को देख कर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई है और जल्द ही इस मामले को निपटाने की बात की है
5__तो दोस्तों इतने सारे सवाल भेजने के लिए सबका शुक्रिया .आप इसी तरह से अपने सवालो को भेजते रहें . अगर मेरी यह विडियो आपको पसंद आई है तो लाईक करे और सेयर करें. और हां हमारे चैनल खबर लहरिया को सब्सक्राइब जरूर करें .तो दोस्तो इस बार के लिए इतना ही अगले एपीसोड में मैं फिर हाजिर होगी आपके नये सवालों के साथ तबतक आप देखते रहें खबर लहरिया की जमीनी हकीकत भरी रिपोर्टिंग नमस्कार.