जिला बांदा पृथ्वी का छाता ठीक हो रहा हैं,ओजोन परत हो रही साफ़ :कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए शुरू हुए लॉकडाउन से लोगों का मानना है कि पर्यावरण में काफी सुधार हुआ है और जो ओजोन परत का सबसे बड़ा छिद्र था वह भर गया है| कुछ विशेषज्ञ किसानों का कहना है की ओजोन परत सूर्य से निकलने वाली पराबैगनी किरणों को सूखने का काम करता है| यह कह रहा है स्क्रीन कैंसिल का सबसे बड़ा दावा मानी जाती हैं लेकिन इस समय लॉक डाउन के चलते प्रथ्वी की हालत खुद में सुधार ला रही है| जिससे हमारा ओजोन परत भी अच्छा हो रहा है और उसका छिद्र भर गया है| कुछ लोगों का कहना है कि वह आए दिन टीवी चैनलों में समाचारों में देखते हैं और अखबारों में पढ़ते हैं कि जो बड़े-बड़े वैज्ञानिक है वह बता रहे हैं कि इस समय जो ओजोन परत का सबसे बड़ा क्षेत्र था वह भर गया है और इस बात को वह महसूस भी कर पा रहे हैं क्योंकि इस समय जो हर साल तापमान होता था और गर्मी बढ़ती थी अगर आज देखा जाए तो उसमें काफी सुधार है पेड़ पौधों में जहां पत्तियां नहीं रह जाती थी वह आज हंसते हुए हरे-भरे दिख रहे हैं क्योंकि क्षेत्र के कारण जो सूर्य की खुली किरणें लोगों और पेड़ पौधों पर करती पढ़ती थी और उससे पशु पक्षी पेड़ पौधे मुरझा जाते थे वह आज सुन्दरता बढा रहे हैं| नदिया तालाब बिल्कुल सच देख रहे हैं उसका कारण है कि इस लाख डाउन के चलते गाड़ी वाहन से निकलने वाला धुआं और केमिकल सब बंद है लोग अपने-अपने घरों में हैं दूसरी बात ठंडा मौसम होने के कारण फ्रिज और एसी भी काफी मात्रा में बंद है जिन से निकलने वाली गैस हमारे ओजोन परत के छिद्र को नुकसान पहुंचाती थी इसलिए यह माना जाता है कि इस समय जो हालात है मौसम के उससे सब पता चल रहा है कि ओजोन परत का छिद्र भर गया है|