खबर लहरिया जासूस या जर्नलिस्ट कानूनों के बाद भी घरेलू हिंसा रुक नहीं रही देखिए जासूस या जर्नलिस्ट, एपिसोड 11

कानूनों के बाद भी घरेलू हिंसा रुक नहीं रही देखिए जासूस या जर्नलिस्ट, एपिसोड 11

आज हम बात करने वाले है महिला हिंसा से जुड़े केस को लेकर, जो ज्यादातर बुन्देलखंड में देखने को मिलते है। आय दिन कोई न कोई समस्या को लेकर महिला अधिकारियों के चक्कर लगाती है। इस शो के माध्यम में केस को बताना ही उददेश्य नही है। हम चाहते है कि आप लोग जागरूक हो और ये केस कुछ कम हो। तो आइए हम आपको बताते है कि कौन कौन से केस महिला हिंसा में आते है।

महोबा कोतवाली क्षेत्र के पिटाकपुरा मोहल्ला में 9 मई को एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मायके वालों ने ससुराल वालों के ऊपर हत्या के आरोप लगाए थे। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और मजिस्ट्रेट पहुंचे जिसके सामने पुलिस ने शव का पंचनामा भर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने पति सास-ससुर और देवर के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया

रोशनी के परिवार वालों ने बताया कि रोशनी की शादी राहुल उर्फ विवेक के साथ में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार 26 फरवरी 2013 को हुई थी। शादी के दो साल बाद ससुराल वाले दहेज में एक लाख रुपये की मांग करने लगे। मेरी ऐसी परिस्थिति नहीं थी जिससे मैं उनकी मांग पूरी कर सकूं। जिसके चलते लड़की के साथ आए दिन मारपीट करते थे। और उसको प्रताड़ित करते थे। 9 मई 2019 को मेरी लड़की को ससुराल वालों ने मार डाला जिसकी सूचना हमें मोहल्ले वाले ने दी। हम अस्पताल में गए तो मृत अवस्था में लड़की मिली।

मृतक घोषणा की बहन चांदनी ने बताया कि घटना घटना से 2 दिन पहले उसके ससुराल में थी। जब घटना घटी उसके 2 घंटा पहले रोशनी ने फोन किया और बताया कि ससुराल वाले उसको मार देना चाहते हैं उसको आकर बचा ले चांदनी ने कहा कि ससुराल वालों ने पहले रोशनी को रस्सी से बांध है और उसके बाद फिर उसके साथ मारपीट की है। क्योंकि शरीर में लोहे की कील ठोकने के निशान थे।

जब कि ससुराल वालों के अनुसार रोशनी और उसका पति अलग रहता था।  उन दोनों के बीच में अक्सर विवाद भी होता था। पर उस दिन क्या हुआ नहीं मालूम, जब हमने देखा तो रोशनी जमीन पर बेहोश पड़ी हुई थी। हम जल्दी से अस्पताल लेकर गए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रिपोर्टिंग और खुफिया जानकारी के अनुसार

आपको बता दे कि रोशनी और राहुल एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे । दोनों एक दूसरे के साथ ज़िंदगी बिताना चाहते थे। जिससे दोनों ने साथ में कोर्ट मैरिज शादी की थी। जिससे यह बात ससुराल वालों को अच्छी नहीं लगी। ससुराल वाले रोशनी और राहुल को घर मे रखने से मना कर देते है। कुछ दिन तक दोनों अपने रिश्तेदारों के पास रहे, उसके बाद वह तमिलनाडु चले गए। उसी बीच उनका एक बेटा भी हुआ, फिर दोनों वापस महोबा आ गए, अब भी रोशनी के ससुराल वाले घर मे रखने को तैयार नहीं थे। राहुल रोशनी के साथ पड़ोस में ही अलग कमरा लेकर रह रहा था। कपड़े की दुकान में काम करके वह अपने परिवार का भरण पोषण करता था। जब रोशनी की मौत हुई थी, उस समय रोशनी के पेट में बच्चा पल रहा था। पर सवाल ये उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि रोशनी के साथ ससुराल वालों ने इतनी मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई। क्या सच में राहुल रोशनी से प्यार करता था इसलिए शादी की थी या कोई और वजह थी। दहेज की वजह से रोशनी की जान गई, या प्यार की कुर्बानी चढ़ी, अगर राहुल अलग रह रहा था तो ससुराल वाले रोशनी के मौत के जिम्मेदार कैसे,ऐसे कई सवाल खड़े  हो रहे थे।

रिपोर्टिंग के दौरान पता चला की रोशनी के देवर की नौकरी पुलिस में लग गयी थी। और ननद की नौकरी रेलवे में लग गई थी। ससुराल वाले मकान बनवा रहे थे। जिससे रोशनी अपना हक मांग रही थी। पर ससुराल वाले देने से मना कर रहे थे। जिससे ससुराल वालो के साथ रोशनी का विवाद हुआ। और ससुराल वालों ने मिलकर रोशनी के साथ मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गयी।

हालांकि महोबा कोतवाली पुलिस के अनुसार मुकदमा संख्या 230/19,  धारा 498(ए) 304 (बी) व 3/4 के तहत मुकदमा लिख गया है। 13 मई को पति राहुल और सास आशा को पकड़ जेल भेज दिया है।