शासकीय जिला अस्पताल में शासकीय डॉक्टर द्वारा पैथोलॉजी की दलाली की जा रही है मरीजों को तमाम जांचें बिना वजह लिखते हैं और कहते हैं सानवी पैथोलॉजी में जांच कराए और जाँच कराने के लिए दलाल ले जाता है|छतरपुर: घर के बाहर सूखी झाड़ियों में मिला युवक का शव
जब डॉक्टर भगवान के स्थान पर दानव हो जाए तो निश्चित ही जनता का और मरीजों का विश्वास डॉक्टर से उठ जाता है|
इसी तरीके का मामला जिला अस्पताल छतरपुर में देखने को मिला जब जिला अस्पताल में पदस्थ शासकीय डॉक्टर के पास मरीज गए तो मामूली बुखार की बात कही इस पर डॉ द्वारा मलेरिया पैरासाइट और तीन चार तरह की जांचें लिख दी इसके साथ ही स्वयं डॉक्टर ने मरीज को सानवी पैथोलॉजी लैब में जाने को कहा और डॉक्टर के बगल में बैठे हुए सानवी पैथोलॉजी के दलाल जो अपने को मेडिकल का स्टूडेंट बता रहा था वह स्वयं मरीज को सानवी पैथोलॉजी तक छोड़ने गया और पैथोलॉजी तक पहुंचने पर सानवी पैथोलॉजी की सिस्टरों द्वारा मात्र 4 जाँचो के 400 रुपए बताए गए,इस प्रकार पैथोलॉजी की दलाली जारी है
इसी तरह का मामला ठीक उसी समय सामने आया जब एक व्यक्ति के द्वारा यह बताया गया कि डॉक्टर के द्वारा इस अस्पताल में मरीजों से पैसे लिए जाते हैं।इन उदाहरणों से यह साबित होता है कि सानवी पैथोलॉजी से कहीं ना कहीं डॉक्टर की सांठगांठ है जिसके कारण डॉक्टर शहर की किसी भी व्यक्तिगत पैथोलॉजी का नाम लेकर मरीजों से कहते हैं|
जब इस संबंध में डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं है,ये गलत है। इस बात की शिकायत जब प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर जी एल अहिरवार से की गई तो उन्होंने कहा कि निश्चित ही डॉक्टर द्वारा किया जा रहा कार्य गलत है और सबूत मिलने पर कारवाही की जाएगी अब देखना यह होगा किस शासकीय अस्पताल में वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थ शासकीय चिकित्सक डॉक्टर पर क्या कानूनी कार्रवाई करते हैं और अस्पताल में इस तरीके का कार्य कब रुक पाएगा |