जिला कार्यालय पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से परेशान विकलांग जनों ने जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है। और मांग की है कि उन्हें ट्राई साइकिल से जिलापरिसर में या अधिकारियों से मिलने अन्दर जाने दिया जाए।
वाराणसी जिले के समस्त विकलांगजनों ने आज 18 अगस्त को जिलामजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि वो जिले पर अपनी कोई समस्या लेकर आते हैं तो सुरक्षाकर्मियों द्वारा उन्हें 150 मीटर दूर यह कहकर रोक दिया जाता है कि वह ट्राई साइकिल से अन्दर नहीं जा सकते। इस वजह से लोग बहुत दुखी हैं। ऐसे में उनकी समस्याएं कैसे सुनी जाएँगी। अगर वह पैदल जा सकते तो ट्राई साइकिल पर क्यों बैठते।
डेढ़ सौ मीटर पहले ही रोक देते हैं सुरक्षाकर्मी
विजय पांडे ने हमे बताया कि वह अपना प्रार्थना पत्र लेकर अंदर जा रहे थे तो उनको रोक दिया गया। वह लोग बिना पैर के हैं तो कैसे पैदल जा पायेंगे। अगर उनकी साइकिल डेढ़ सौ मीटर पहले ही रोक दी जायेगी तो अपनी समस्या को प्रशासन से कैसे अवगत करवाएंगे। इसी समस्या को लेकर आज उन लोगों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन दिया और कार्यवाही करने की मांग की।
एक पैर से कैसे जायेंगे पैदल- नीलम सहनी
नीलम साहनी का कहना है कि वह पैर से विकलांग हैं लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री की तरफ से जो साइकिल मिली है वह वह उसे लेकर कहीं भी जा नहीं सकती हैं। गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मी से हाथ भी जोड़ा कि जाने दिया जाए लेकिन सुनते ही नहीं है। किसी तरह तो लोग अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन से कुछ शिकायत करना है तो कहां जाएंगे? किससे कहेंगे अपनी समस्या? नीलम साहनी ने यह भी बताया कि प्रसाशन उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है। यह जानते हुए भी की बिना पैर का व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता फिर भी उसे जानबूझ कर पीड़ा पहुंचा रही है।
रामचरण यादव का कहना है कि वह एक पैर से विकलांग हैं और ट्राई साइकिल के सहारे हरियाणा से वाराणसी आते हैं। लेकिन विकलांग जनों को कार्यालय के अंदर जाने से रोक दिया जाता है। साइकिल के बगैर जाना बहुत ही मुश्किल होता है। इस संबंध में वह अपने सभी लोगों के साथ अधिकारी को अवगत कराना चाहते हैं। और उन्होंने अपील किया है कि उनको अन्दर जाने से न रोका जाए। इसको लेकर जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस पर ध्यान दिया जाएगा। यह जल्द ही निर्णय लिया जायेगा कि लोगों को साइकिल से अन्दर जाने से न रोका जाए उन्हें प्रशासन तक जाने दिया जाए।
जिला मजिस्ट्रेट पुष्पेंद्र ने बताया कि इन लोगों की समस्या को जल्द से जल्द जिलाधिकारी और प्रशासन को अवगत कराएंगे कि उन्हें ट्राई साइकिल से अन्दर जाने दिया जाए।
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