बांदा : कार्यालय के चक्कर लगाने पर भी नहीं बना पास, दिव्यांगों को देना पड़ता है बस का किराया

समाज में दिव्यांगों की स्थिति को चित्रित करने पर तस्वीर रंगीन कम और उदासीन ज़्यादा बनती है। ऐसा इसलिए क्योंकि समाज ने कभी उन्हें पूर्ण रूप से अपनाया ही नहीं … Continue reading बांदा : कार्यालय के चक्कर लगाने पर भी नहीं बना पास, दिव्यांगों को देना पड़ता है बस का किराया