दोस्तों मैं देख रही हूं कि इस समय भाईचारे का नामोनिशान नहीं रह गया अगर नजर आ रहा है तो सिर्फ क्राइम आ रहा है अगर मैं बात करूं सितंबर महीने की तो नरैनी ब्लॉक के अलग-अलग गांव में चार घटनाएं सुनने को मिली है जिसमें से 2 का तो हमने कवरेज भी किया है इन घटनाओं ने दिल को दहला कर रख दिया है| तीन घटनाएं तो ऐसी हैं जो गुमशुदगी के बाद लाश पाई गई है और एक घटना में पारिवारिक झगड़े में एक व्यक्ति की जान चली गई है| चारों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है तो इन घटनाओं के बारे में इस पूरे वीडियो को देखने के लिए बने रहिए मेरे साथ जासूस या जर्नालिस्ट पर।
बांदा जिले के अंतर्गत नरैनु ब्लॉक में हुई चारों घटना मे दो तो मैंने कवरेज किया है| कवरेज के दौरान जासूसी में कुछ खास निकल कर नहीं आया| पिपरहरी गांव में हुई घटना के बारे में मृतक के पिता अमरजीत ने बताया कि उसका बेटा हमेशा की तरह जानवरों को चारा लेने के लिए गया हुआ था 18 सितंबर को जब वह देर तक घर नहीं आया तो खोजबीन शुरू की और संडे को नरैनी कोतवाली में दरखास दी लेकिन पुलिस ने भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया और सोमवार को अचानक उनके बेटे की लाश खेत में मिल है मुकदमा तो दर्ज है। लेकिन 20 तारीख की मिली लाश पुलिस आज तक 1 हफ्ते हो गए कोई कार्यवाही नहीं कर पाई है और ना ही किसी को गिरफ्तार कर पाई फिलहाल उन्हें भी नहीं पता कि यह घटना हुई कैसे लेकिन उनके बेटे की जिन्गी छीन गई है अब उनके परिवार की बुरी स्थिति है| वह चाहते हैं कि जिस तरह से उनके बेटे की जिंदगी उजाड़ दी गई है उसी तरह से उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए फिलहाल उनकी किसी से कोई रंजिश या दुश्मनी नहीं थी जिस पर वह शक करे अब खुलासा करना पुलिस का काम है।
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तो वही 21 सितंबर को कालिंजर में मामूली विवाद को लेकर दो परिवार के बीच चली लाठी-डंडे और पथराव शुरू में लालू सोनकर की मौत हो गई| अब वह परिवार बहुत ज्यादा दमें में है| फिलहाल पुलिस ने उस घटना में रहे चारों आरोपियों को पकड़ कर जेल भेज दिया है और आगे की कार्यवाही कोट की होगी।
कबरेज के दौरान जासूसी में पता चला कि ना कुछ के विवाद को लेकर लालू सुनकर की जान गई है और कुछ लोग घायल भी हैं बताया जा रहा है कि लालू सुनकर अपने दरवाजे पर बैठा था| तभी रामनाथ सोनकर का पुत्र ईटों से भरी ट्राली लेकर आया लालू सुनकर के दरवाजे पर रखी बालू की भरी बोरियों पर ट्राली का पहिया चड गया विरोध करने पर दोनों तरफ से झगड़ा हो गया और गाली गलौज होने लगा इतना ही नहीं झगड़ा इतना बढ़ गया कि लाठी-डंडे और पथराव जोर से शुरु हो गया इस बीच चोट आने से लालू की मौत हो गई लालू के 5 बेटियां हैं जो शादी लायक भी हैं और 2 पुत्र हैं लालू मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था अब उसके परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है| परिवार का रो रो कर बुरा बुरा हाल है वह चाहते हैं कि जिस तरह से लालू की मौत हुई है उस तरह से पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और विपक्षी को फांसी की सजा हो तभी उन्हें न्याय मिलेगा| क्योंकि विपक्षी परिवार उनसे पहले से ही जलता था और भी 20 सालों से उनका एक दूसरे से बोलचाल नहीं था पुरानी एक बड़ी रंजिश थी।
इसी तरह दो और घटनाएं हुई हैं नसेनी और बीहड़ पुरवा में जिनका शव गुमशुदा होने के बाद जंगल में पाया गया है| फिलहाल मैंने इन सभी मामलों को लेकर नरैनी कोतवाली ऐसो से बात की उन्होंने बताया कि पिपरहरी केस में अभी किसी भी तरह का कोई सुराग नहीं मिला है लेकिन जांच जारी है लोगों को पकड़कर पूछताछ की जा रही है जल्द ही खुलासा किया जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ बीहरपुरवा मामले में 25 तारीख को दो लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है आगे की कार्रवाई कोट की होगी।
अब सवाल यह उठता है कि 1 महीने के अंदर चार चार घटनाएं हो रही हैं तो भला लोग अपने आप को सुरक्षित कैसे महसूस करेंगे और कौन इसका जिम्मेदार होगा सवाल यह भी उठता है कि जोरों पर हो रही क्राइम की घटनाओं की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा क्यों यह मामले इतने बढ़ रहे हैं और कैसे इन पर रोक लगेगी| आखिरकार 1 महीने के अंदर बड़ी चार घटनाएं हो गई तो पुलिस कहां सो रही थी। तो दोस्तो ये थी मेरी आज की जासूसी भरी कहानी अगली बार फिर मिलूंगी किसी ने मुद्दे के साथ तब तक के लिए दीजिए इजाजत नमस्कार और हां दोस्तों अगर अभी तक चैनल सब्सक्राइब नहीं किया तो प्लीज अभी ही कर लीजिए लाइक करिए कमेंट करिए और शेयर करना बिल्कुल ना भूलिए।
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