‘आदिपुरुष’ फिल्म के रिलीज़ होने के बाद से लगातार विवाद ज़ारी है। चाहें फिल्म हो या उसके संवाद दर्शकों का रुख, सब बेरुखा ही है। सोशल मीडिया पर मीम्स की भरमार है और एक भी कोना ऐसा नहीं है जहां से फिल्म के लिए समर्थन की आवाज उठ रही हो। सबसे ज़्यादा नाराजगी फिल्म के लेखक मनोज मुन्तशिर शुक्ला को लेकर है। वहीं फिल्म के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर ने अपनी सफाई में कहा कि रामायण पर बेस्ड फिल्म के लिए ये डायलॉग जानबूझकर ऐसे रखा गया है।
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आदिपुरुष फिल्म देखने के लिए जितना इंतजार लोगों को था। 16 जून दिन शुक्रवार को फिल्म आने के बाद फिल्म को देखकर उससे कई ज़्यादा क्रोध है। फिल्म में दिखाए गए किरदार और बोले जा रहे डायलॉग को लेकर लोग पुरातन रामायण से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए बहुत ज़्यादा आक्रोश जता रहे हैं। फिल्म डायरेक्टर व कलाकारों पर सवाल उठा रहे हैं। कई जगहों पर तो सिनेमा हाल भी बंद हो गए हैं और लोग इस मूवी को बैन करने की मांग कर रहे हैं।
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एडवोकेट कमला कांत द्विवेदी का कहना है कि धर्म और आस्था पर फिल्म बनाना अच्छी बात है लेकिन जो हमारे पौराणिक काल से चला आया है उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। अभी यही रामायण जो पहले की बनी है कितना लोग पसंद करते हैं। इसमें डायलॉग जो बोले गए हैं जिस तरह से बनाई गई है वह ठीक नहीं है इसमें सुधार होना चाहिए। कहीं ना कहीं तो इसमें राजनीति दिख रही है। अब किस तरह की राजनीति है ये समझ नहीं आ रहा। उन्होंने पूरी फिल्म तो नहीं देखी लेकिन जो भी ट्रेलर चल रहे हैं और जो लोग देखकर आए हैं वह कमेंट कर रहे हैं वह उन्होंने देखा है।
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