भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि साल 2013 से बेहद कम तापमान व शीत लहर के लगातार पांच दिन, अब तक की सबसे लंबी अवधि है। कम से कम 200 हवाईजहाज व 70 ट्रेनें घने कोहरे की वजह से प्रभावित हुई है।
नए साल के बाद से ही सर्दी ने अपना रूप बदल लिया है। शीत हवाओं ने लोगों को गला कर रख दिया है। मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार, 9 जनवरी 2023 को दिल्ली ने लगातार पांचवे दिन सबसे ज़्यादा सर्दी का रिकॉर्ड दर्ज़ किया है जोकि 10 सालों में सबसे ज़्यादा है। ये सिलसिला आगे भी ऐसा ही रहेगा या इसमें कुछ कमी देखने को मिल सकती है, इसे लेकर भी मौसम वैज्ञानिकों ने कुछ बातें रखी हैं।
इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में घने कोहरे की वजह बहुत कम पारदर्शिता भी देखी गयी। टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि बुधवार, 11 जनवरी तक घना कोहरा बना रहेगा लेकिन मंगलवार रात तक कोहरे की गहनता व फैलाव में कमी आने की उम्मीद है।
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शीतलहर में सुधार व बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह भी बताया कि साल 2013 से बेहद कम तापमान व शीत लहर के लगातार पांच दिन, अब तक की सबसे लंबी अवधि है। कम से कम 200 हवाईजहाज व 70 ट्रेनें घने कोहरे की वजह से प्रभावित हुई है।
आईएमडी के मौसम वैज्ञानिक आर.के जेनामणि (R K Jenamani, senior IMD weather scientist) ने बताया कि शहर में मंगलवार देर रात से 10-20 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से पुरवाई हवा चलने की संभावना है, जो शुक्रवार सुबह तक ज़ारी रहेगी। माना जा रहा है कि 11 से 13 जनवरी के बीच कोहरे की स्थिति में सुधार हो सकता है। इसी बीच में शीतलहर में भी सुधार होगा।
आगे बताया कि शहर में बुधवार देर रात से वीरवार सुबह के बीच हलकी बारिश होने की भी संभावना है।
शीत लहर कब मानी जाती है?
जानकारी के अनुसार, शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान या तो चार डिग्री सेल्सियस से नीचे हो या तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री कम हो।
शीतलहर का प्रकोप सिर्फ दिल्ली नहीं बल्कि यूपी के कई जिलों में भी देखने को मिला है। ऐसे में कई जगहों पर बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह जितना हो सके घर में रहें व खुद को गर्म रखें।
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