पेड़-पौधे और जीव-जंतु से ही प्रकृति का संतुलन बना हुआ है। लेकिन पेड़ों की अंधाधुन कटाई और मानव की लालसा ने पर्यावरण को संकट में डालकर रख दिया है। जिसे देखते हुए युवक कांग्रेस के आईटी सेल के जिलाध्यक्ष आकाश जाटव के नेतृत्व में युवाओं ने केन बेतवा लिंक परियोजना और बंदर प्रोजेक्ट से बक्सवाहा के जंगलों में होने वाले लाखो पेड़ो की कटाई और इससे प्रभावित होने वाले जल-जन्तु और उनके जीवन को नष्ट होने से बचाने के लिए राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही दोनो प्रोजेक्ट को खत्म करने की मांग भी की गयी है।
ज्ञापन में कहा गया कि जीवन की उपयोगिता पर्यावरण से ही है। प्रकृति के बिना संसार का चल पाना असंभव है। जिसका परिणाम यह है कि कोरोना महामारी में लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं।
ज्ञापन में राष्ट्रपति से कहा गया कि “पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर बनने वाली केन बेतवा लिंक परियोजना में 2300000 पेड़ और टाइगर रिजर्व और उसके आसपास जीव जंतु प्रभावित होंगे। इसके साथ ही अजयगढ़ में बना बरियारपुर बाँध भी बंद हो जाएगा। जिससे पूरे क्षेत्र की कृषि बर्बाद हो जाएगी। पूरा क्षेत्र सूखे की चपेट में आ सकता है। बंदर प्रोजेक्ट बक्सवाहा से हीरा निकालने के लिए कुछ ही महीनों में 46 प्रजातियों के 2 लाख 5 हज़ार 875 पेड़ काटे जाने हैं l
ज्ञापन देने में मुख्य रूप से युवक कांग्रेस के आईटी सेल के जिलाध्यक्ष आकाश जाटव, राजाजी बुंदेला,रवि यादव,अजीम अहमद, सविता अहिरवार आदि लोग शामिल रहें। इस पूरे मामले में अजयगढ़ के तहसीलदार आर डी प्रजापति का कहना है कि वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाया जाए।
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