तमिलनाडु में रविवार 30 नवंबर 2025 को हुई भारी बारिश की वजह से सड़कें, घर जलमग्न हो गए, किसानों की धान की फसल पर पानी फिर गया और कई मवेशियों की जान भी चली गई। इस भारी बारिश की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई। इन सबका कारण श्रीलंका में आए ‘दितवाह तूफान’ / Cyclone Ditwah को बताया गया है।
‘दितवाह तूफान’ की वजह से तमिलनाडु में भारी बारिश
श्रीलंका में आए ‘दितवाह तूफान’ का असर रविवार को तमिलनाडु में भारी बारिश और चक्रवात के रूप में दिखाई दिया। मौसम विभाग ने बताया कि आज सोमवार 1 दिसंबर को तमिलनाडु के कई तटीय जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
चक्रवाती तूफ़ान ‘दितवाह’ बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के क्षेत्र में कमज़ोर होकर भारत के पूर्वी तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। इसका मतलब यह हुआ कि चक्रवात ‘दितवाह’ अब पहले जितना ताकतवर नहीं रहा। वह कमजोर होकर गहरे दबाव (यानी कम ताकत वाला मौसमीय सिस्टम) में बदल गया है। अब यह कमजोर हुआ तूफान बंगाल की खाड़ी पर से होते हुए भारत के पूर्वी तटों की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन फिर भी इससे तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है।
भारी बारिश के कारण पुडुचेरी सरकार ने 1 दिसंबर को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है।
तमिलनाडु के इन इलाकों में भारी बारिश की चेतवानी
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु में अगले 24 घंटों में कुड्डालोर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, तिरुवरूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, तिरुचिरापल्ली, चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों तथा पुदुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुदुचेरी में 60-70 किमी प्रति घंटे की गति से 80 किमी प्रति घंटे की गति से तेज़ सतही हवाएँ चलने की संभावना है।
90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न
तमिलनाडु में चक्रवात दितवाह के कारण हुई भारी बारिश से डेल्टा जिलों में लगभग 90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई। शुरुआती अनुमानों से पता चलता है कि मयिलादुथुराई (22,151 हेक्टेयर), कराईकल (4,500 हेक्टेयर), नागपट्टिनम (33,043 हेक्टेयर), तिरुवरुर (19,620 हेक्टेयर), तंजावुर (लगभग 6,070 हेक्टेयर), और पुदुक्कोट्टई (लगभग 4,047 हेक्टेयर) जिलों में निचले इलाकों में खड़ी धान की फसल क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे कुल प्रभावित क्षेत्र लगभग 89,431 हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही डेल्टा जिलों में 149 मवेशी मारे गए हैं।
दलित बस्ती में भरा पानी
वेदारण्यम में अनुसूचित जाति की बस्ती में भारी बारिश की वजह से तीन दिन से बिजली नहीं है। वेदारण्यम में लगभग 120 परिवारों की अनुसूचित जाति की बस्ती तीन दिनों से घुटनों तक पानी में फंसी हुई है, बिजली आपूर्ति बाधित है तथा एक सरकारी स्कूल और छात्रावास जलमग्न हो गए हैं।
आंध्र प्रदेश में लगभग 7,900 गर्भवती महिलाओं की पहचान कर, सुरक्षित जगह पहुंचाया
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार जिन जिलों में चक्रवात दित्वा के कारण अधिक वर्षा होने की आशंका है, वहां प्रसव के करीब पहुंच रही लगभग 7,900 गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई है और उनमें से 375 को एहतियात के तौर पर पहले ही अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसकी जानकारी आंध्र प्रदेश सरकार ने रविवार को दी।
आंध्र प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयुक्त वीरपांडियन ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शेष महिलाओं को समय पर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए पास के अस्पतालों में स्थानांतरित करने के लिए कदम उठा रहा है।
श्रीलंका में चक्रवात दितवाह से 334 लोगों की मौत, कई लापता
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक आपदा प्रबंधन केंद्र के नवीनतम अपडेट के अनुसार, श्रीलंका में चक्रवात दितवाह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 334 हो गई है। 300 से ज़्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
India’s southern states Tamil Nadu and Andhra Pradesh witnessed heavy rainfall, as Cyclone Ditwah approached after sweeping through Sri Lanka pic.twitter.com/fQoubZfVj5
— Reuters Asia (@ReutersAsia) December 1, 2025
श्रीलंका में ऑपरेशन सागर बंधु के तहत फंसे भारतियों को बचाया
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका में आए भयावह तूफानी चक्रवात की वजह से कई भारतियों को भी भारत लाया गया। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने आज सोमवार 1 दिसंबर को बताया कि चक्रवात दितवाह के बाद कोलंबो के भंडारनायके अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ऑपरेशन सागर बंधु के तहत फंसे भारतीय यात्रियों के अंतिम समूह को निकाल लिया गया।
कोलंबो, श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, “चक्रवाती तूफ़ान दितवाह के मद्देनज़र श्रीलंका में फंसे भारतीय यात्रियों को वाणिज्यिक एयरलाइनों और भारतीय वायु सेना की उड़ानों के ज़रिए निकाला जा रहा है। भारतीय वायु सेना की दो उड़ानें, एक IL 76 जिसमें 247 यात्री तिरुवनंतपुरम जा रहे हैं और एक C 130 J जिसमें 76 यात्री दिल्ली (हिंडन) जा रहे हैं, कोलंबो से उड़ान भर चुकी हैं। वाणिज्यिक एयर लाइनों के ज़रिए फंसे हुए यात्रियों को निकालने का काम भी जारी है। श्रीलंका में भारत फंसे हुए भारतीय यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है और उनकी जल्द घर वापसी की सुविधा प्रदान कर रहा है। श्रीलंका में फंसा कोई भी भारतीय यात्री आपातकालीन सहायता डेस्क नंबर: +94 773727832 पर संपर्क कर सकता है या कोलंबो के भंडारनायके अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वर्तमान में चालू एयर लाइन काउंटरों से संपर्क कर सकता है।”
.@IndiainSL is setting up an Emergency Help Desk at Bandaranaike International Airport, Colombo.
⚠️ Any distressed Indian citizen at 🇱🇰 airports or any part of 🇱🇰 in need of assistance may reach out to the emergency No 👉
🚨 +94 773727832. (For WhatsApp also) 🚨High… pic.twitter.com/Ma1zMNoif7
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) November 29, 2025
भारत ने श्रीलंका में नागिरकों को राहत साम्रगी और लोगों को बचाया। भारतीय वायु सेना ने श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर भूस्खलन प्रभावित कोटमाले क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बचाव और निकासी अभियान चलाया, जो सड़क मार्ग से पूरी तरह से कटा हुआ है।
#CycloneDitwah | Indian Air Force Humanitarian Assistance
The Indian Air Force, in close coordination with Sri Lankan authorities, carried out major rescue and evacuation operations in the landslide-affected Kotmale region, which remains completely cut off by road.
Across the… pic.twitter.com/nFTmUr4j0F
— Indian Air Force (@IAF_MCC) November 30, 2025
लाइव मिंट की रिपोर्ट में एनडीआरएफ के सहायक कमांडर पवन ने बताया, “बंगाल की खाड़ी से शुरू हुए चक्रवात दित्वा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ की 10वीं बटालियन की एक टीम नेल्लोर में तैनात की गई है। इस टीम में कुल 30 बचावकर्मी हैं… हमारी टीम ज़िला और राज्य प्रशासन के लगातार संपर्क में है।”
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