लेखन-रचना
साल 2020 में फैले कोविड-19 के महामारी को आसानी से नहीं भुलाया जा सकता और उसका असर आज भी लोगों और उनके जीवन पर दिखता है। कोरोना का जख्म अभी ठीक से भरा भी नहीं की यह महामारी देश में वापस से अपना पैर पसार रहा है। भारत में मई 2025 में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है। विशेष रूप से ओमिक्रॉन के नए JN.1 नाम के वेरिएंट के कारण संक्रमण फैल रहा है। 19 मई 2025 देश में कोरोना का केस बढ़कर 257 हो चुका है और इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही एशिया के कई हिस्सों, हांगकांग और सिंगापुर जैसे शहरों में वायरस के मामलों में जोरदार बढ़ोतेरी देखी जा रही है। सिंगापुर में पिछले सप्ताह 14,000 से ज़्यादा कोरोना केस का इजाफ़ा हुआ है। इसके साथ ही कोरोना वायरस में एक नए वैरियेंट जे.एन.वन. (JN.1) के साथ वापस आया है। आइए जानते हैं क्या है यह नए वैरियेंट।
JN.1 नाम के वेरिएंट: क्या है यह नया खतरा ?
COVID-19 के मामलों में हालिया उछाल (JN.1) जे.एन.वन. वैरिएंट के कारण देखा जा रहा है। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन BA.2.86 का ही एक हिस्सा है जो काफ़ी समय तक दुनिया भर में फैला था। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन पाए गए हैं जिससे इसकी संक्रमण क्षमता अधिक मानी जा रही है। भारत में 19 मई 2025 तक 257 एक्टिव केस मिले हैं। मुख्य रूप से केरल 46 केस, महाराष्ट्र 45 केस, और तमिलनाडु 34 केस मिले हैं। हालांकि अधिकतर मामलों में लक्षण हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। इस वेरिएंट के लक्षणों में सूखी खांसी, बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, भूख में कमी और डायरिया शामिल हैं। दिनांक 20 मई 2025 को बीबीसी के रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने कहा है- “JN.1(जे.एन.वन) वैरिएंट से अभी डरने की कोई ज़रूरत नहीं है. इसका कोई प्रमाण भी नहीं है. इस समय जो प्रमाण हमारे पास है उसके हिसाब से यह कॉमन सर्दी-जुक़ाम की तरह या उससे भी कमज़ोर हो सकता है.”
कोविड के लिए सरकार के द्वारा दी गई जानकारी
19 मई 2025 कोरोना की स्थिति को लेकर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), आपातकालीन चिकित्सा राहत (इएमआर), आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, (आइसीएम) और केंद्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञों की एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) की अध्यक्षता में हुई। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि देश में फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है लेकिन नज़र रखने और पूर्व तैयारी की आवश्यकता बनी हुई है। सरकारी बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि इन मामलों में कोरोना से ग्रसित लोगों की स्वास्थ लगभग सामान्य है। इस संक्रमण से मुक़ाबला करने के लिए मजबूत व्यवस्था सरकार द्वारा मौजूद की गई है।
कोविड से सावधानियां कैसे करें
संक्रमण की सावधानी बरतना बेहद जरूरी है जैसे मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, और हल्के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच करनी चाहिए। मास्क पहनें सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें, हाथ धोते रहें साबुन और पानी से हाथ धोते रहें या हैंड सैनेटाइज़र का उपयोग करें,सामाजिक दूरी बनाए रखें भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। लक्षण दिखने पर जांच कराएं और हल्के लक्षण दिखने पर भी कोरोना जांच कराएं, टीकाकरण करवाएं। यदि आपने अभी तक टीका नहीं लगवाया है तो शीघ्र ही लगवाएं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहना आवश्यक है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की सलाहों का पालन करके हम इस स्थिति से निपट सकते हैं।
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