गाजीपुर :एक तरफ पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ असंवेदनशील सरकारी कर्मचारी व्यापारियों और वाहन संचालकों से फर्जी पास बनाकर उन्हें लगातार लूटने में लगे हुए हैं। यह मामला योगी आदित्यनाथ शासित उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के कृषि उत्पादन मंडी समिति, यूसुफपुर का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूरे देश में लॉकडाउन के आह्वान के बाद गेंहू, चावल, दाल और सब्जियों के व्यापारी गाड़ियों के पास बनाने के लिए मण्डी समिति पहुंचने लगे। सूत्रों के अनुसार इस मौके पर मण्डी समिति में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने धोखाधड़ी करके बहुत से फर्जी पास बना कर व्यापारियों से लाखों रुपए ऐंठ लिए। इस बात की जानकारी जब व्यापारियों को हुई तो उनके पैरों के तले जमीन खिसक गई, इसकी सूचना उन्होने सचिव को दी।
गाजीपुर जिले के के किसान मोहम्मद इरफान (बदला हुआ नाम) करीब चार बीघा जमीन में मिर्च की खेती करते हैं, इरफान कहते हैं, कि गाजीपुर के सब्जी मंडी से देशभर में सब्जियाँ जाती हैं, ‘मैं मिर्च की खेती करता हूँ, मेरी मिर्च देश-भर के अलग-अलग कोने में जाती है लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से सब्जी सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। सप्लाई के लिए गाड़ी का पास बनवाना होगा, और हम लोगों का पास बना नहीं है, कुछ लोगों ने पास बनवाया है तो वो फर्जी है, जिसे रास्ते में पुलिस वाले मान नहीं रहे हैं। वो लोग बहुत परेशान हैं। सब्जियों का सप्लाई ना होने की वजह सब्जियाँ खराब हो रही है, मिर्च भी सड़ रहा है।’
जिले के एक अन्य किसान अनिल कुमार कहते हैं कि, ‘गाजीपुर में मऊ, आजमगढ़, बंगाल हर जगह से गाड़ियाँ आ रही हैं, लेकिन हमारे यहाँ की जो सब्जी मंडी यहाँ से पास नहीं बन रहा है। हम लोगों ने पास के लिए जब सचिव से बात की तो उन्होने कहा कि, ‘पास बनवाने की कोई व्यवस्था नहीं है, इन सबके बावजूद भी उनके ऑफिस से कुछ फर्जी पास बन गया।’
अनिल कुमार कहते हैं कि, ‘सामान ले जाते समय कोई दिक्कत नहीं होता है, कोई भी पुलिस वाले नहीं रोकते हैं लेकिन जब सामान पहुंचाकर वापस आने लगते हैं तो बहुत दिक्कत होता है, जगह-जगह पुलिस वाले रोकते हैं। पुलिस वाले कहते हैं कि गाड़ी का पास बनवाइए। यहाँ पर हम लोगों का पास बन ही नहीं रहा है, जब हम लोग मंडी में बात किए तब भी कोई काम नहीं हुआ।’
सब्जी मंडी के बारे बताते हुए अनिल कहते हैं कि, ‘ये सब्जी मंडी देशभर की जानी मानी सब्जी मंडी है, यहाँ से लगभग 400-500 बड़ी गाड़ियाँ प्रतिदिन देशभर के अलग-अलग हिस्सों के सब्जी मंडी में सब्जियाँ लेकर जाती हैं। लेकिन लॉकडाउन में ठीक से गाड़ियाँ नहीं निकाल पा रही हैं और सब्जियों का फसल खराब हो रहा है।
किसानों की परेशानी के बारे में जब कृषि उत्पादन मण्डी समिति के सचिव रामकृत सिंह यादव से बात की गई तो उन्होने कहा कि, सभी जगह के लोग तो यहाँ आ रहे हैं यहाँ के लोगों को पुलिस वाले परेशान कर रहे हैं तो हम क्या कहें पुलिस वालों को। सचिव कहते हैं कि, ‘हमारे मंडी समिति का पास बनता है जिसे पुलिस वाले मान ही नहीं रहे हैं पता नहीं क्यों नहीं मान रहे हैं। जब सरकारी कागज पर हम दस्तक करके, मुहर लगाकर दे रहे हैं तब भी नहीं मान रहे हैं।’
फर्जी पास के बारे में सचिव रामकृत सिंह से बात की गई तो उन्होने कहा कि हमें पास बनाने का अधिकार नहीं है। पत्रकार ने जब उनसे सवाल किया कि आपके ऑफिस से किसी कर्मचारी ने फर्जी पास बनाए हैं तो सचिव रामकृत सिंह ने कहा कि, ‘हमारे यहाँ के एक कर्मचारी ने बना दिया है, उसके खिलाफ हमें एसडीएम महोदय को लिखकर दे दिया है।’ सचिव ने ये भी कहा कि एसडीएम ने फर्जी पास बनाने वाले को कारण बताओ नोटिस भी दे दिया है कि ‘आपने ऐसा क्यों किया?’
इसके बारे में जब एसडीएम राजेश कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होने कहा कि, ‘सब्जी और खाद्य पदार्थ के लिए पास की कोई जरूरत ही नहीं है।’ एसडीएम राजेश गुप्ता से कहा गया कि, किसानों को पुलिस वाले परेशान कर रहे हैं तो उन्होने कहा कि, ‘सभी पुलिस वालों को बता दिया गया है।’
फर्जी पास के बारे में जब एसडीएम राजेश कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होने कहा कि, ‘फर्जी पास की कोई कोई जानकारी नहीं है, जब एसडीएम से सचिव की शिकायत बारे में कहा गया तो उन्होने कहा कि हम सचिव रामकृत सिंह यादव से बात करते हैं।