कई पीढ़ियों बाद पहाड़ी गांव में पिछली पंचवर्षीय में बारात घर बनने के लिए बजट पास हुआ है। निर्माण कार्य में रूकावट के चलते ग्रामीण मायूस हैं। उन्हें चिंता है की वह अपने बच्चों की शादी की बारात कहाँ रोकेंगे।
जिला चित्रकूट, ब्लॉक रामनगर, गांव पहाड़ी में छह महीने से बारात घर और पंचायत भवन अधूरा पड़ा है। लोगो के अनुसार पहाड़ी में पंचायत भवन नहीं था कई बार मांग करने के बाद पिछली पंच वर्षीय में पास हुआ। कुछ दिन काम होने के बाद 6 महीने से काम बंद है। इस बारात घर से लोगों को बहुत उम्मीदें थी लेकिन काम रुके होने के चलते ग्रामीण मायूस हैं।
छह महीना से रुका निर्माण कार्य
मोहम्मद, रानी और संजय ने हमें बताया कि उनके गांव में एक भी बारात घर नहीं था और ना ही पंचायत भवन। जो लोग आते जाते थे या शादी होती थी तो लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लोगों ने मांग किया की यहां पर एक पंचायत भवन और एक बारात घर बनना चाहिए। पिछले साल दोनों पास तो हो गए काम भी शुरू हो गया लेकिन आधे में ही रोक दिया गया। 6 महीने से वैसे काम रुका हुआ है। लोगों की बहुत आशा थी कि यहां पर जल्द से जल्द बरात घर और पंचायत भवन बन जाए ताकि लोगों को सुविधा हो जाए। पंचायत भवन मीटिंग हेतु व बारात घर शादी के लिए बन जाये तो ग्रामीणों को बहुत खुशी होगी।
भवन निर्माण के लिए नहीं है पर्याप्त बजट
पहाड़ी प्रधान हनीफ से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में अभी काम नहीं हुआ है जितना काम हुआ है वह पूर्व प्रधान ने करवाया है। उनसे मांग किया है की जो पिछले साल का एस्टीमेट था उसका बाउचर दे दें। जितना पैसा निकल चुका जितना बाकी है उस हिसाब से काम शुरु कराया जाएगा। लेकिन अभी तक कोई कागज़ नहीं मिला है जब तक उनके पास कोई सबूत नहीं आएगा तब तक वह बारात घर और पंचायत भवन में काम नहीं करा सकते। छोटी ग्राम पंचायत के चलते ज्यादा बजट नहीं आता है। अगर उन्हें पिछली साल वाला पुराना पैसा मिल जाए तो वह उससे काम करवा सकते हैं। यह सूचना उन्होंने उच्चअधिकारियों जैसे खंड विकास अधिकारी और एडीओ पंचायत को दिए हैं और इसकी जाँच भी हुई है।
प्राइमरी स्कूलों में बारात ठहराने पर लगी रोक लोगों के लिए बड़ी समस्या
ग्रामीण संजय कुमार का कहना है कि दो पंचवर्षीय से यह गांव अलग किया गया है पहले इस गांव के प्रधान दूसरे गांव में होते थे इस कारण यहां पर एक भी विकास नहीं हुआ है। अब लोगों को बहुत उम्मीदें हैं कि उनके यहां भी विकास होगा क्योंकि अब इस गांव के लिए प्रधान का चयन हुआ है। इस कारण से उन्होंने पहला प्रस्ताव पंचायत भवन और बारात घर बनाने का दिया था। वहां पर काम भी शुरू हो गया था सब बहुत खुश थे कि उनके यहां बच्चों की शादी में कोई दिक्कत नहीं आएगी। बारात अच्छे से बारात घर में रुका सकते हैं। पहले लोगों को बगिया में, खेत में या फिर द्वार पर जगह है तो वहां रुकवाना पड़ता था। बारिश में बहुत दिक्क्त होती थी या किसी का खेत खाली नहीं होता था तो बहुत टेंशन हो जाती थी। पहले गांव के प्राइमरी स्कूल में भी बरात रूकती थी लेकिन सरकार ने स्कूलों के लिए रोक लगा दिया तो वहां पर बारात नहीं ठहरा सकते यह सरकार का नियम है। पर बारात घर का निर्माण रुक जाने से सारी खुशियां ग़ुम हो गई हैं।
जल्दी शुरू होगा निर्माण कार्य
धनंजय सिंह खंड विकास अधिकारी रामनगर ने बताया कि पिछले प्रधानी में बजट भी पास हुआ था और काम भी शुरू हुआ था। लगभग तीन लाख का बजट पास हुआ था और उतने का काम भी हुआ है। एक बार जाँच हुई है दुबारा जाँच कर वर्तमान प्रधान को आदेश दिया जाएगा ताकि वहां काम शुरू कराया जा सके।
इस खबर की रिपोर्टिंग सहोदरा देवी द्वारा की गयी है।
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