खबर लहरिया खेती चित्रकूट: बाँध में डूबी किसानो की जमीन, निराश किसान पहुंचे तहसीलदार के पास

चित्रकूट: बाँध में डूबी किसानो की जमीन, निराश किसान पहुंचे तहसीलदार के पास

चित्रकूट: बाँध में डूबी किसानो की जमीन, निराश किसान पहुंचे तहसीलदार के पास :ब्लाक रामनगर और मानिकपुर गांव बेलरी और आगरा हुडा दोनों गांव के किसान प्रभास महासंघ संस्थापक लवलेश विराग और उपाध्यक्ष साधना पटेल मिलके तहसीलदार को 18 फरवरी को ज्ञापन दिए लगभग दर्जनों गांव के खेती गुन्ता बांध में डूबी हुई है इस कारण से वहां के किसान पलायन करने जाते हैं

उनके पास कुछ खाने के लिए नहीं होता है रोज कमाते हैं तो खाते हैं नहीं तो परदेस मुंबई के ले जाते इस तरह की स्थिति है अभी तो आप किसी किसान को मुआवजा नहीं मिला 40 साल से है  निराश किसान  है कइयो बार संसद विधाय और अधिकारी को ज्ञापन दिये पर अश्वाशन मिल जाता है पर कुछ नही हुआ वहा के किसानो का कहना है
वाराणसी: कचहरी मुख्यालय पर सरदार सेना के लोगों ने अपनी मांगों को लेकर दिया ज्ञापन
की किसी पन्द्रह विगहा किसी के पांच विगहा जमीन डूबी हुई है पर सरकार के तरफ से ठोस अश्वाशन नही मिला कुछ हमारे बुजुर्गो के सामने की बात थी पर अभी तक हम लोगो को सहायता नही मिला यदि हम लोगो मुवाजा नही मिलेगा तो हम लोग रोड पे उतरगे और मुख्यमंत्री के पास जाऊगा सभी किसान मिलर कर आये है तहसीलदार के पास अपनी मांग को लेकर की उनका जो बाँध में डूबी जमीन गया है तो उसका मुआवजा दिया जाए काई बार शिकायत किया है लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिला है हम सभी किसान बहुत परेशान है

कैसे अपने घर का पालन पोषण करे और कैसे अपने बच्चो का पेट पाले हम किसानो को तो शुरू से ही काफी दिक्ते रही है और सरकार हमारी सुनता ही नहीं है कई बार मांग कर चुके है लेकिन अब नहीं सुना जाएगा तो हम लोग सड़क पर उतर जाएंगे नहीं तो लखनऊ तक जाएंगे अपनी जमीन का मुआवजा लेकर ही मानेंगे उम्मीद करते है सरकार से की हमारी मांग को पूरी करेगी और मुआवजा दिलाएंगे दिलीप कुमार तहसीलदार ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि ज्ञापन उच्चाधिकारियों को भेजा जायेगा जो आदेश आएगा उस आधार पर कार्यवाई की जाएगी