खबर लहरिया Blog चित्रकूट: यहाँ आज तक नहीं पहुंची पक्की सड़क, सुविधाओं से वंचित हैं लोग

चित्रकूट: यहाँ आज तक नहीं पहुंची पक्की सड़क, सुविधाओं से वंचित हैं लोग

यूँ तो चित्रकूट जिले के गाँव की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। लेकिन इन गांवों की आदिवासी बस्तियाँ आज भी विकास से कोसों दूर है। गांव ईटवा धौंहाई का पुरवा आदिवासी बस्ती की भी यही कहानी है। यहाँ के लोग आज भी गांव में सड़क न होने से स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास जैसी सुविधाओं से कोसों दूर है।

जिला चित्रकूट,ब्लॉक रामनगर, गांव ईटवा धौंहाई का पुरवा में सड़क न बनने से लोगों को बहुत अधिक समस्याओ का सामना करना पड़ रहा हैl एक हजार वाले आबादी के इस पुरवे में आज भी सड़क के अभाव में लोगों की काम रुके हैं यहाँ तक की समय पर इलाज न मिलने से मौत भी हो रही हैl

चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं गांव का रास्ता

 राजू, श्रीमती और रानी देवी का कहना है कि उनके पुरवा में कई पीढ़ियां बीत चुकी हैं लेकिन सरकारी लाभ से वंचित हैंl जैसे यहां पर लगभग 2 किलोमीटर सड़क जिसके लिए लोगों ने कई बार धरना किया, डीएम को ज्ञापन दिए, ब्लॉक में वीडियो से मौख़िक बताया और प्रधान से भी कहे लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुईl सरकारी लोग आते हैं आपस में बात करते हैं की यह तो आदिवासी बस्ती है यहाँ विकास करने से क्या फ़ायदा और फिर चले जाते हैंl जब वोट लेना होता है सब लोग आते हैं और हाथ जोड़ते हैं, कहते हैं कि हम आपके यहां विकास करेंगेl आपके यहां की सबसे पहले सड़क बनवा देंगे लेकिन सड़क तो सड़क यहां दोबारा कोई देखने नहीं आता कि लोग बचे हैं या मर गए हैंl

स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं लोग

फूलन देवी, कामता प्रसाद ने बताया कि जब लोगों के घर में डिलीवरी होती है और अन्य मरीज होते हैं तो वह लोग चारपाई में लिटाकर लेकर जाते हैंl तब कहीं मरीज अस्पताल पहुँचता हैl अभी तक तो ठीक था पर अब बरसात आने वाली है जब बरसात हो जाती है तो लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता हैl गांव में बना नाला भी भर जाता है तो लोगों को निकलना बहुत मुश्किल होता हैl खेत जाने के लिए आज तक सड़क नहीं बनी खेत के मेड़ से होकर जाना पड़ता हैl सड़क निकलवाने के लिए यहाँ के लोगों ने जमीन भी दी लेकिन सड़क नहीं बनवाई गईl ऐसे में लोगों को बहुत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैl

एम्बुलेंस न पहुँचने से सड़क पर हुई डिलेवरी

महिलाओं ने बताया कि बारिश के मौसम में गांव में अगर कोई महिला गर्भवती हो जाए या कोई बीमार तो उसे खटिया पर लाद कर दो किलोमीटर का रास्ता तय कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। एक दो बार तो रास्ते में ही प्रसव हो चुका है। बरसात में सड़क खराब होने की वजह से जननी सुरक्षा वाहन आज तक गांव में नहीं पहुंची। बारिश के मौसम में तो दो पहिया वाहन का भी गांव में आना खतरे से खाली नहीं है। पिछले साल एक महिला को डिलेवरी थी बच्चा होने वाला थाl सड़क न होने की वजह से अस्पताल जाने में देर हुई और बच्चा सड़क पर ही हो गया थाl

जब अस्पताल ले गए फिर उसका वहां पर इलाज भी नहीं हुआ कह रहे थे कि आपका बच्चा घर में हुआ है हम यहां पर सुविधा नहीं देंगेl ऐसे में वह हर तरह से सुविधा से वंचित रह गएl इस  यहाँ समस्या है और जब अधिकारीयों से  लगाते हैं तो उनकी कोई सुनता ही नहीं हैl यहां पर सड़क न होने की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पातेl जंगल का इलाका और उसके बीच में बसा गांव और इतनी ज्यादा समस्याएं कैसे जियें यहाँ के लोग? लोगों का कहना है कि अगर ऐसे ही रहा तो गांव छोड़कर पलायन कर लेंगेl

बुंदेलखंड का यह पहला गांव नहीं है इसे कई गांव हैं जहाँ सड़क के आभाव में चारपाई पर ले जाया जाता हैl

नीचे दिए हुए लिंक पर जाकर देखिये, जिले के गाँवों का हाल… 

https://www.youtube.com/watch?v=1asUz439KJc

पक्की सड़क के नाम पर मिला सिर्फ आश्वासन

 राजकुमार आदिवासी का कहना है कि सरकार का नारा था हर गांव में विकास होगाl हर गांव में सड़क बनेगी बिजली मिलेगी लेकिन यहां सड़क नहीं हैl इसलिए लोगों को काफी तरह की दिक्कत हो रही हैl सड़क इस गांव की सबसे बड़ी समस्या है  जाए तो लोगों की खुशी बढ़ जायेगीl इस गांव में आशा, आगनबाड़ी, और डॉक्टर आने से कतराते हैं तो किस तरह से यहाँ लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगाl किसी को नहीं पड़ी है चाहे इस गांव का कोई व्यक्ति सुविधाओं के आभाव में मरे या जिएl

ऐसा नहीं है कि अब तक गांव के लोगों ने किसी जनप्रतिनिधि या जिले के आलाधिकारियों से इस समस्या को लेकर शिकायत या प्रदर्शन नहीं किया l कई बार शिकायतों के बावजूद अब तक ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही मिलता आया है लेकिन पक्की सड़क नहीं मिली l

बजट न पास होने से नहीं बनी सड़क-पूर्व प्रधान

पूर्व प्रधान देवीदयाल इसी सड़क के दम पर प्रधान बने थे और जब प्रधान हो गए थे तब कह रहे थे कि पास होने वाली है लेकिन 5 साल बीत गया पर सड़क पास नहीं हुई ना बनीl जब जब इस बारे में पूर्व प्रधान देवी दयाल यादव से बात की तो उनका कहना है कि यह सड़क बनवाने के लिए प्रस्ताव डाला था अभी तक इसका कोई पता नहीं चला के पास हुई या नहींl उन्होंने अपने तरफ से बहुत कोशिश की लेकिन सड़क नहीं बन पा रहीl

पेंडिंग लिस्ट में है सड़क का नाम बजट आते ही बनेगी सड़क

धनंजय सिंह खंड विकास अधिकारी ब्लॉक रामनगर ने बताया कि वह सड़क उनकी लिस्ट में पेंडिंग में पड़ी है और जैसे इस सड़क का बजट आयेगा वहां की सड़क पर काम शुरू करा दिया जाएगाl कुछ समय पहले वह खुद जाँच के लिए गए थे तव वह विवादित जमीन थी लेकिन अब लोग जमीन देने के लिए मान गये हैंl सड़क बन जायेगी तो लोगों को दिक्कत नहीं होगीl और वह अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रहे हैं की बजट पास हो जाए और लोगों के आने-जाने की सुविधा हो जाएl

इस खबर की रिपोर्टिंग सहोद्रा देवी द्वारा की गयी है। 

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