प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई 2016 से हुई थी जिसके तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को फ्री गैस कनेक्शन उपलब्ध कराती है। योजना के अंतर्गत भारत सरकार ने अगले 3 साल में 5 करोड़ बीपीएल परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।
हाल ही में सरकार ने बताया कि उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत लाभार्थियों को पहली रिफिल मुफ्त में उपलब्ध कराने के साथ ही चूल्हा भी फ्री दिया जाएगा।
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लेकिन चित्रकूट ज़िले के मऊ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले खोहर गाँव में ऐसे कई परिवार हैं, जिन्हें इस योजना के तहत गैस कनेक्शन तो मिल गया लेकिन आज भी सिलेंडर रिफिल कराने के लिए इन्हें पूरी कीमत भरनी पड़ रही है। इसके सतह ही गैस सिलेंडर की सुविधा होते हुए भी इन ग्रामीणों को जंगलों से लकड़ी इकठ्ठा कर चूल्हे पर खाना बनाना पड़ रहा है।
गैस एजेंसी के मैनेजर पंकज मिश्रा का कहना है कि अगर ग्रामीणों को सिलेंडर के पैसे वापस नहीं मिल रहे हैं, तो उन्हें अपनी बैंक खाता बुक लेकर एजेंसी आना चाहिए और फिर उनकी समस्याओं का हल निकाला जाएगा। आइए जानते हैं इन लोगों से ही कि क्या है पूरा मामला।
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