चुनावी माहौल में याद आता है नेताओं को गांव। इस विधानसभा चुनाव में हमनें भी किया गांव का रूख और जाना लोगों के मुद्दे। चित्रकूट के पाठा क्षेत्र मानिकपुर के चुरेह केसरूवा ग्रामपंचायत मजरा ददरी के लोगों का कहना है कि हमारे यहां कोई विकास नहीं है हर चुनाव में नेता तो आते हैं, वादे तो करते हैं पर पद पाने के बाद दोबारा गलती से भी यहां से गुजरते नहीं हैं। प्रचार के अलावा हम उन्हें नहीं देखते हम इस चुनाव में बदलाव चाहते हैं जातिगत वोट पड़ते हैं।
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हमारे यहां यादव जाति के लोग ज्यादा है इसलिए हम वैसे ही बदनाम हैं चाहे हम किसे भी सपोर्ट करें लेकिन यही होता है की हम सपा को सपोर्ट करते हैं सपा को ही वोट देंगे। हम इस बार सपा को ही वोट करेंगे हमें उसी से उम्मीद है। हमारे गांव की सड़कें नहीं बनी है हमारे यहां कालोनी किसी को नहीं मिली सौचालय नहीं मिले। बुजुर्ग महिलाएं हों बच्चे महिला पुरूष सब जंगल जाते हैं।
रातबिरात अगर किसी का पेट खराब हो गया तो रात में जंगल जाना पड़ता है चाहे जंगली जानवर मिले जो भी अंजान हो किसी तरह की कोई सुविधा नहीं है हमें सरकारी लाभ से हम वंचित हैं। बहुत से लोगों का तो ये कहना था की हम पहचानते ही नहीं की हमारा सांसद कौन है विधायक कौन है। इस बार बदलाव चाहतें हैं शायद नेता बदले तो हमारे गांव में भी विकास हो।
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