खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट: विकास नहीं तो सरकार नहीं: ग्रामीण | UP Elections 2022

चित्रकूट: विकास नहीं तो सरकार नहीं: ग्रामीण | UP Elections 2022

जिला चित्रकूट। आपको बता दें कि यूपी चुनाव इस समय धमाल मचाए हुए हैं। जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है, लोग अपने मुद्दों को लेकर के बहुत सारी चर्चाएं कर रहे हैं। एक दिन मैं भी चुनावी कवरेज के लिए चित्रकूट जिले के मानिकपुर क्षेत्र के गांव चुरेह केशरूआ मजरा दराई गांव में पहुंच गई। जहां पर गंदगी से भरी नालियां पूरी तरह फटी हुई थी। सड़कों में पानी भरा हुआ था।

लोग ज़्यादातर गिरे घरों में पन्नी डालकर रह रहे थे। कच्चे छप्पर वाले ही घर दिख रहे थे। जब हमने लोगों से बातचीत की और जाना कि यहां पर चुनावी माहौल क्या है, तो लोगों ने बताया कि बहुत देख लिया इस सरकार को, अब बदलाव की ओर हैं। इस बार सपा की सरकार आएगी क्योंकि यहां पर जो वादे हुए हैं वह एक भी पूरे नहीं हुए। विकास के नाम पर यहां पर कुछ नहीं है। वह चीजें आप गांव आए हैं तो खुद में देख सकती है बताने की ज़रुरत नहीं है।

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ना तो यहां पर ठीक से सड़क है, ना नाली है, ना आवास और शौचालय। सरकार ने कहा था कि 2022 में आवासों का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। हर घर को छत मिलेगा, शौचालय मिलेगा लेकिन यहां तो आज भी महिला सड़कों के किनारे शौच के लिए जाती है। लोग कच्चे घरों में रहते हैं। किसी के पास छप्पर है तो किसी का गिरा हुआ घर। कोई पन्नी डालकर रहता है। किस काम की ऐसी सरकार जो उनके भविष्य के बारे में नहीं सोच पाई। पूरे वादे नहीं कर पाई। इसलिए वह बदलाव की ओर हैं।

मैने पूछा कि आपको ऐसा क्यों लगता है कि सपा की सरकार आएगी तो विकास होगा। बोले हां, उम्मीद तो यही करते हैं और इसी उम्मीद के साथ वोट भी डालते हैं। यह गांव यादव बहुल गांव भी है और इसके अलावा भी और जातियां रहती हैं। यहां पर हर पार्टी का वोट है लेकिन ज्यादातर यादव वोट है पर वह चाहते हैं कि बदलाव हो। अगर बदलाव होता रहता है तो कुछ ना कुछ विकास भी होता है और एक ही सरकार रहती है तो बदलाव हो पाना मुश्किल है।

इसलिए लोग अब थक चुके हैं और बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं। इस बार उनकी पूरी कोशिश होगी कि वह बदलाव करें ताकि उनके गांव का विकास हो। जो भी नेता यहां पर वोट मांगने आएगा उससे वह अपनी समस्याएं सुनाएंगे और मांग रखेंगे। फिलहाल अभी तक तो यहां किसी भी प्रत्याशी का आगमन नहीं हुआ वोट मांगने के लिए। लेकिन हां आते जरूर है और वोटों के समय तो ऐसे हाथ पर जोड़ते हैं मानो बस यही सब कुछ है। इसी समय उनको जनता दिखती है। जीतने के बाद 5 साल पलट के नहीं देखता कि कहां है वह गांव और कहां है जनता। जनता से बनते हैं, जनता को ही धोखा देते हैं। इसलिए अब हम दूसरी सरकार को भी देखना चाहते हैं। इसके पहले भी सपा की सरकार थी तो काफी काम हुआ था पर इस सरकार में उनके गांव में तो फिलहाल कुछ नहीं हुआ।

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