12 फरवरी को जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने चार घंटे तक धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन को देखते हुए एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने जाम हटवाया व मामले को लेकर आश्वासन भी दिया था।
चित्रकूट जिले के कर्वी में वन स्टॉप (वीमेन हेल्पलाइन 181) में केस वर्कर के पद पर काम करने वाली महिला सपना मिश्रा ने जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा व प्रोबेशन कार्यालय में ही काम करने वाले संजय श्रीवास्तव (बाबू) पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। वहीं जिला प्रोबेशन अधिकारी व श्रीवास्तव ने अपने ऊपर लगाए सारे आरोपों को झूठा बताया है।
मामले को लेकर 12 फरवरी को केस वर्कर महिला सपना ने जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों के साथ चार घंटे तक धरना प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन को देखते हुए एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने जाम हटवाया व मामले को लेकर आश्वासन भी दिया था। फिलहाल मामले को लेकर जांच अभी-भी जारी है।
पहले नहीं थी जानकारी – एडीएम
12 फरवरी को चित्रकूट के एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने मीडिया के सामने बताया था कि पहले उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। अब उनके पास ज्ञापन आया है और वह मामले को लेकर कार्यवाही करेंगे।
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छेड़छाड़ व घूस का लगाया आरोप
खबर लहरिया को सपना ने बताया कि वह पिछले एक साल से वन स्टॉप कर्वी चित्रकूट में केस वर्कर के पद पर तैनात थी। केस वर्कर महिलाओं से जुड़े मामलों को सुन उनका निपटारा करने का काम करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रोबेशन अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता संजय श्रीवास्तव उनके साथ अश्लील हकरते व छेड़छाड़ करते। जब उन्होंने उनकी इच्छा नहीं मानी तो उन्हें नौकरी से निकालने की भी धमकी दी गयी। कहा, “अगर हमारे हिसाब से नहीं चलोगी तो नौकरी से निकाल दी जाओगी।”
आगे कहा, “6 सितंबर 2022 को करीब ढाई बजे मुझे रामबाबू विश्वकर्मा और संजय श्रीवास्तव ने अपने कार्यालय में बुलाया। कहा तुम मेरी और संजय श्रीवास्तव की इच्छा एक बार पूरी कर दी, मैं तुम्हें प्रोमोशन दिला दूंगा और मेरे साथ ज़बरदस्ती करने लगे। मेरे कपड़ों को फाड़ने की कोशिश की। मैं अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए ऑफिस से बाहर निकल गयी।”
इन सब चीज़ों की शिकायत फिर उन्होंने उच्च अधिकारी से की। शिकायत करने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने उन्हें 9 सितंबर 2022 को निलंबित करने का आदेश दिया। इसके बाद भी दोनों द्वारा उन्हें उनके घर पहुँच कर भी प्रताड़ित किया जाता।”
आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा, “जब नौकरी लगी थी उस समय दो लाख रूपये रामबाबू विश्वकर्मा ने और दो लाख संजय श्रीवास्तव ने नौकरी में प्रोमोशन दिलाने हेतु लिए थे लेकिन बाद में प्रोमोशन के नाम पर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगे। मुझे धमकी दी गयी और निलंबित भी कर दिया गया। मैं घर से कार्यालय अकेले जाती हूँ। मुझे अपनी इज़्ज़त और जान का खतरा है इसलिए मैं चाहती हूँ कि मुझे न्याय मिले।”
मामले को लेकर पूर्व महिला कर्मचारियों की बात
मामले की तस्वीर और साफ़ करने के लिए खबर लहरिया ने पूर्व में वन स्टॉप यानी वीमेन हेल्पलाइन 181 में 2017 से 2019 के बीच काम कर चुकी कुछ महिलाओं से बात की। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप जिला प्रोबेशन अधिकारी पर लगाए गए हैं सब झूठे हैं। वो उनके नज़रिये से सही नहीं है।
वूमेन हेल्पलाइन 181 में काम कर चुकी एक महिला ने बताया, रामबाबू विश्वकर्मा या संजय श्रीवास्तव इन दोनों में से किसी ने भी कभी उनके साथ कोई गलत काम नहीं किया। आगे कहा कि उन्हें भी नौकरी से निकाला गया था जिसे लेकर उन्होंने भी प्रदर्शन किया था लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम किसी पर आरोप लगाएं।
अधिकारीयों ने आरोपों को बताया झूठा
अपने ऊपर लगाए आरोपों को लेकर संजय श्रीवास्तव ने खबर लहरिया को बताया, मामला पूरी तरह से झूठा है। उन्होंने कहा, सपना की नियुक्ति 27 दिसम्बर 2021 में आकांक्षा एस.एस.सो.एस एजेंसी के ज़रिये हुई थी।
सपना के खिलाफ शिकायत हुई थी। बताया गया था कि एक केस वाली महिला वन स्टॉप सेंटर में रुकी थी तो उन्होंने अपनी बात बताई थी कि उसका पति उसकी लड़कियों के साथ गलत करता है। ये बातें केस वाली महिला की गुप्त रखी जाती है लेकिन सपना ने उसके ससुराल व उसके पति से सारी बातें बता दी। महिला की शिकायत पर सपना की जांच तीन महीने सीडब्ल्यूसी में हुई। उप जिलाधिकारी सहित तीन सदसीय समीति बनाई गयी थी जिसमें महिला द्वारा सपना पर लगाए गए सभी आरोप सही साबित हुए थे।
यही वजह है कि उन्हें 9 सितंबर को निलंबित कर दिया गया था। इन्हीं सब चीज़ों को लेकर सपना द्वारा उन पर सारे आरोप लगाए गए हैं जो पूरी तरह से झूठ हैं।
डीपीओ रामबाबू विश्वकर्मा ने भी उन पर लगे आरोपों को लेकर कहा, सपना द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत है। न हमने रिश्वत ली है, न ही अश्लीलता की है। सपना के ऊपर ही महिला द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच हुई थी जो सही साबित हुए थे।
मामले में बहुत-सी चीज़ें अनसुलझी है। कई बातें स्पष्ट नहीं है जिनका जवाब जांच के बाद ही मिल पायेगा।
इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है।
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