जिला चित्रकूट के ब्लाक मऊ के गांव गोइया कला मजरा पतेरी में लगभग दस महीनों से गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषाहार नहीं मिला है। गांव की निशा का कहना है कि पोषाहार का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है, लेकिन यहां तो यह सुविधा नाम के लिए ही चल रही है।
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