सरकार ने इस साल 15 अगस्त पर ‘ हर घर तिरंगा’ का अभियान निकाला था जिसको लोगो ने पूर्ण रूप से पालन किया। जगह-जगह तिरंगा लहरता हुआ नज़र तो आया लेकिन कुछ लोग ‘तिरंगे’ का अपमान करते हुए भी नज़र आये। चित्रकूट के ब्लॉक रामनगर के गांव पियरिया में लोगों को तिरंगे के ऊपर ताश-पत्ते खेलते हुए देखा गया।
ये भी देखें – हमीरपुर : बाढ़ से डूबा पूरा गाँव, रोड पर रहने को मजबूर हुए लोग
इस तरह से तिरंगे के इस्तेमाल पर क्षेत्रीय थाने के पुलिसकर्मियों ने इसपर तुरंत कार्रवाई की और इन लोगों को हिरासत में ले लिया। रातभर थाने में रुकने के बाद अगले दिन इन लोगों से माफ़ी नामा लेकर इन्हे रिहा कर दिया गया।
ये भी देखें – 75th Independence Day : “गुलामी में आज़ादी का जश्न कैसा?”- सोनी सोरी
गांव के लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि अज्ञानता के चलते इस कार्य को अंजाम दिया गया। देश में आज भी कई क्षेत्र ऐसे है जो शिक्षा के मामले में बिलकुल जागरूक नहीं हैं। जो लोग इस कार्य में शामिल थे उन्होंने माफ़ी मांगते समय कहा कि अगर इन्हे पता होता की यह देश का तिरंगा है तो वह ऐसा कार्य कभी नहीं करते।
बातचीत के दौरान लोगों ने कई सुझाव भी दिए कि सरकार को गाँव-गाँव मे शिक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम रखना चाहिए और लोगो को कम से कम मुफ्त में प्राथमिक शिक्षा की पुष्टि करनी चाहिए।
ये भी देखें – ललितपुर : यौन उत्पीड़न झेल चुकी महिलाओं को बनाऊँगी आत्मनिर्भर- दीपाली, कोशिश से कामयाबी तक
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’