लोग आज भी अपनी समस्याओं से निजात पाने के लिए अन्धविश्वास की तरफ जाते हैं, उस पर यकीन करते हैं। किसी चीज़ पर विश्वास ही अन्धविश्वास को जन्म देती है। खबर लहरिया ने पाया कि चित्रकूट जिले के ब्लॉक रामनगर, गांव बल्हौरा में एक व्यक्ति तकरीबन 5 सालों से झाड़-फूंक करने का काम कर रहा है। जब हमने उससे उसके इस काम के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘लोग अपनी श्रद्धा से आते हैं। मैं किसी को कुछ नहीं कहता। मेरे पास जो दवा होती है या झाड़-फूंक होता है तो मैं कर देता हूँ। लोग विश्वास में यहां आते हैं।”
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गांव के एक बुर्जुग व्यक्ति ने हमें बताया, ‘मेरा बेटा काफी परेशान था। मैं यहां 5 चक्कर लगाया और मेरे बेटे की तबयत ठीक हो गयी। मैं दूसरों को भी बताता हूँ। यहां पर लोग आते हैं, ठीक हो जाते हैं। हमारा विश्वास है इसलिए हम लोग आते हैं।’
आगे कहा, ‘इलाज में इधर-उधर पैसा लगाना पड़ता है। यहां बिना पैसे इलाज हो जाता है। हम यहां अपनी श्रद्धा से बस नारियल, अगरबत्ती चढ़ाते हैं।’
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