जिला चित्रकूट, ब्लॉक मऊ, ग्राम पंचायत डोडिया माफी, मजरा छतौनी में ठंड से राहत के नाम पर अब तक कंबल नहीं पहुंचा है। यहां की 70 वर्षीय महिला ने बताया कि ठंड से बचने के लिए आग जलाना ही एकमात्र सहारा है। बस्ती की आबादी लगभग 1500 है, जिसमें अधिकतर आदिवासी और मजदूर परिवार हैं। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे बुजुर्ग, विधवा, विकलांग जैसे जरूरतमंद लोग बढ़ती ठंड में बिना कंबल के गुजारा कर रहे हैं। गांव वालों का सवाल है कि जब ठंड खत्म होने को है, तब कंबल देने का क्या फायदा?
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