खबर लहरिया चित्रकूट डिजिटल इण्डिया के ज़माने में लालटेन के उजाले में बीत रही साँझ

डिजिटल इण्डिया के ज़माने में लालटेन के उजाले में बीत रही साँझ

जिला चित्रकूट ब्लाक मानिकपुर गांव किहुनिया मजरा बन्धा भीतर और मऊ गुरदरी गांव मे सौभाग्य योजना से घर मे मीटर बैठ गये है पर अभी तक खम्भा तार नही लगा है और लालटेन के उजाले में बीत रही साँझ

इस तरह से आऊट के गांव मे व्यास्था है लोगो कहना है की दो साल से घर घर कनेक्शन है मीटर बैठ गये है पर तार खम्भा नही लगा है हम लोग अन्धेरे मे रहते है मुबाइल चार्ज करने मारकुण्डी दो किलो मीटर दूरी जाते है लगभग पांच सौ लोग परेशान है कइयो दरकी लिखित या मौखिक कहा गा पर कोई ध्यान नही देते है बरसात के सीजन मे साप बिछ्छू घर के अन्दर घुर जाते है अन्धेरे मे कुछ दिखाई नही देते है सरकार के तरफ से हर गांव मे कागज मे पूरी हो गयी पर गांव के स्थिति इस तरह है बच्चे पढ नही पाते है मानिकपुर ब्लाक मे आउट गांव का हाल इसी तरह है जब से कनेक्शन का मीटर बैठ जाता है तभी से कनेक्शन जुडने लगा है हम गरीब लोग है कैसे बिल दे पायेगे न घर मे बिजली जली उपर से बिल लगेगा हम लोगो को डर बना है अभी तक गांव अन्धेरे मे है और लालटेन के सहारे में जी रहे है

मानिकपुर क्षेत्र मे मानिकपुर क्षेत्र के बिजली विभाग के जेई शैलेश प्रजापति का कहना है की मानिकपुर क्षेत्र ज्यादा गांम पंचायत होने के कारण काम पूरा नही हो पाया अभी काम चालू है 62 गांव है सौभाग्य योजना से लगभग बीस लाख तक कनेक्शन हुये है जो गांव मे काम अधूडा है जल्द पूरा करवाया जायेगा