खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट: मनरेगा में मज़दूरी की क़िस्त के इंतज़ार में महीनों से बैठे ग्रामीण

चित्रकूट: मनरेगा में मज़दूरी की क़िस्त के इंतज़ार में महीनों से बैठे ग्रामीण

जिला चित्रकूट के ब्लॉक मऊ के गाँव डोडिया माफी के मजरा छतैनी, छरहरा में लोगों आवास योजना के अंतर्गत मनरेगा की मजदूरी की क़िस्त अबतक नहीं आई है। लोगों का कहना है कि आवास योजना के अंतर्गत उन्हें आवास तो मिल गए हैं और आवास की दोनों किस्तें भी आ गई हैं, लेकिन गरीब परिवारों के लिए सरकार मनरेगा के अंतर्गत आवास बनाने के लिए मनरेगा में मज़दूरी के भी पैसे देती है। लोगों का कहना है कि 90 दिन की मज़दूरी में उन्हें रोज़ाना 250 रूपए तक की रकम मिलनी चाहिए लेकिन उनके बैंक खाते में मनरेगा की मज़दूरी के एक भी पैसे नहीं आए हैं।

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ऐसे में ये लोग उधार लेकर अपना घर बनवा रहे हैं और मज़दूरों को पैसे देकर काम करवा रहे हैं। नियम के अनुसार जब 6 फुट तक आवास उठ जाएगा तब मज़दूरी आएगी। लेकिन इस गाँव में तो लोगों की छत भी पड़ गई है परंतु अबतक इन्हें मज़दूरी के पैसे नहीं मिले हैं।

मऊ ब्लॉक के सचिव सुरेश का कहना है कि डोडिया माफी गाँव में कुछ लोगों को अबतक मरेगा में मज़दूरी के पैसे नहीं मिल पाए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल साइट बंद होने के चलते पैसे आने में देरी हो रही है, लेकिन जब भी सरकार की तरफ से साइट खोली जाएगी, वैसे ही लोगों के खातों में पैसे आ जाएंगे।

चित्रकूट जिला के मनरेगा सेल में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी प्रवीण पांडे का कहना है की उन्हें सबसे पहले जॉब कार्ड नम्बर चाहिए होगा, जिसके बाद वो ऑनलाइन पता करवा सकेंगे कि लोगों को मज़दूरी के पैसे क्यों नहीं मिले हैं।

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