चित्रकूट- दहेज़ के कारण माँ और पेट में पल रहे नवजात की जान जाने का लगा आरोप :चित्रकूट ,मऊ कोतवाली क्षेत्र के ताडी गांव की गीता की शादी मई 20019 मे मऊ कोतवाली के ही अंतर्गत शुवपुर गांव मे हनुमान के साथ हुई थी माइके पक्ष का कहना है जबसे शादी करी है गीता को हमेशा सास और पति मारते पिटते थे दहेज की मांग करते थे जबसे हम कई बार समझाया कहा हमारी हैसियत थी हमने दिया दो पहिया गाडी दी सोना मे लडके को आधा तोले की आंगूठी बिटिया को आधे तोले के सोने के कान के लिए नाक मे पायल और भी जो जरूरत की चीजे थी सब दी लगभग तीन लाख की शादी करी उसके बाद भी हमेशा दहेज की मांग करते थे पैसा मांगते थे दो महिने पहले गीता यही थी उसको मारे पीटा था तो हमने नहीं भेजा था फिर पांच लोगा आए थे समझौता करा कर अपनी जिम्मेदारी पर ले गए थे गीता की मां ने बताया गीता से फोन पर ठीक से बात नहीं होती थी फोन मे रहे रिकार्डिंग लगाए थे अगर कुछ बता देती गीता फिर रिकार्डिंग सुन कर उसके साथ मारपीट करते थे 23 मई 2020 को सास ससुर ननद और पति सबने मिल कर गीता को मिट्टी का तेल डाल कर जला दिया जिसकी कोई जानकारी ससुरालियों ने माइके वालो को नहीं दी किसी ने गांव से फोन करके बताया बताया जब तक गीता को जिला अस्पताल ले आया गया था जिला अस्पताल से रिफर कर दिया तो प्रयागराज सरूपरानी अस्पताल ले गये वहां गीता ने अपने पिता से सब बताया उसे किस तरह जलाया गया बात एक गीता की नहीं आज भी कितनी महिलाएं हमारे यहाँ जला दी जाती हैं उन्हे जान से मार देते हैं कारण सबसे ज्यादा दहेज का होता है या फिर शक के आधार पर महिलाओं पर हिंसा करते हैं प्रेरित करते हैं