जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर। यहाँ पर कई गाँवों में अमृत सरोवर के तहत तालाबों पर काम चल रहा है लेकिन ख़राब सामग्री की वजह से दीवारें फटने लगी है। इन तालाबों का नाम अमृत सरोवर तो पड़ा लेकिन काम बहुत ख़राब हो रहा है। रामनगर के खंड विकास अधिकारी राम जी पांडे का कहना है कि रामनगर ब्लॉक में 28 अमृत सरोवर बनाए गए हैं। कुछ बन चुके हैं कुछ पर काम चालू है। वहां की जाँच हुई है। ख़राब मटेरियल यूज हुआ है। दोबारा काम कराया जाएगा।
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सरकार का उद्देश्य था कि आजादी के महोत्सव पर बनाए अमृत सरोवरों पर झंडा रोहन होगा जिसके लिए एक तालाब का लगभग 30 लाख रुपए बजट भी पास हुआ। काम कराने वाले ठेकेदार और अधिकारी मिलकर बजट का बंदरबांट कर लेते हैं। ख़राब क्वालिटी का मसाला लगाकर बनाते हैं जिससे तुरंत दीवारें टूटने लगती हैं।
कैलस ठेकेदार का कहना है कि काम शुरु था और उनके घर में एमरजेंसी आ गई। मसाला रखा रहने की वजह से ख़राब हो गया। बजट आने पर दोबारा काम कराया जायेगा।
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